बाहर की दवाइयों से अच्छे घर के नुस्खे होते हैं जो हमे दादी नानी सीखने को मिलते हैं. ये हमेशा से ही असरकारी रहे हैं और इनका प्रयोग सदियों से लोग करते आ रहे. आज हम आपको कुछ ऐसे ही घरेलु नुस्खों के बारे में बताएँगे जो बहुत सी बीमारियों में फायदेमंद है. इन तरीकों से आप भी अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं. ऐसे में एक बीमारी होती है हकलाने की, जिसमें इंसान अच्छे से बोल नहीं पाटा या अटक अटक कर बोलता है. इसी के कुछ उपाय हैं जिन्हें आप अपना सकते हैं.
तो बता दें, हकलाना या तुतलाना दूर करने के लिये 10 ग्राम दूध में 250 ग्राम कालीमिर्च का चूर्ण मिलाकर रख लें. 2-2 ग्राम चूर्ण दिन में दो बार मक्खन के साथ मिलाकर खाएँ. मट्ठे में काला नमक और भुना जीरा मिलाएँ और हींग का तड़का लगा दें. ऐसा मट्ठा पीने से हर प्रकार के पेट के रोग में लाभ मिलता है. यह बासी या खट्टा नहीं होना चाहिये.
इसके अलावा एक चम्मच अजवायन पीस कर गरम पानी के साथ उबालें और उसकी भाप में साँस लें. कुछ ही मिनटों में आराम मालूम होगा. सुबह उठकर खाली पेट आठ-दस मेथी के दाने निगल लेने से उच्चरक्त चाप को नियंत्रित करने में सफलता मिलती है.
कफ ज्यादा हो रहा हो तो एक चम्मच प्याज के रस को चीनी या गुड मिलाकर चटा दें, दिन में तीन चार बार ऐसा करने पर खाँसी से तुरंत आराम मिलता है.
रात में सोते समय दोनों नाक में दो दो बूँद सरसों का तेल पाँच दिनों तक लगातार डालें तो खाँसी-सर्दी और साँस की बीमारियाँ दूर हो जाएँगी.
कच्चे चावल के 8-10 दाने सुबह खाली पेट पानी से निगल लें.21 दिन तक नियमित ऐसा करने से पेट और सीन की जलन में आराम आएगा.
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