अक्सर अभिभावक छात्रों की रुचि और क्षमता की अनदेखी कर कॅरियर चुनने को कह देते हैं जो छात्र मैथ्स नहीं पढ़ना चाहता है उसे इंजीनियरिंग में दाखिला दिला दिया जाता है जो इंजीनियर बनना चाहता है तो उसे जबरन मेडिकल की पढ़ाई की तरफ धकेल दिया जाता है। अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार यदि छात्र अपना कॅरियर चुनता है तो सफलता मिलने की संभावना काफी ज्यादा होती है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसके लिए ही तमन्ना माड्यूल तैयार किया है। यह एक एप्टीट्यूड टेस्ट है। इसके जरिए छात्रों और उनके अभिभावकों को कॅरियर चुनने में मदद मिलेगी।
हालांकि ध्यान देने वाली बात ये है की जागरूकता शिविरों के माध्यम से लगातार यह कहा जाता है कि छात्र के ऊपर कॅरियर चुनने का दबाव मत डालिए। उसे अपनी रुचि और क्षमता के हिसाब से कॅरियर चुनने दीजिए। रुचि और क्षमता की जानकारी के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने तमन्ना माड्यूल का नर्मिाण किया है। कक्षा नौ और दस के छात्र इस एप्टीट्यूड टेस्ट को दे सकते हैं। यह परीक्षा ऑनलाइन कराई जाएगी। अभी तक स्कूल अपने स्तर पर एप्टीट्यूड टेस्ट कराते थे। उसके बदले में मोटी फीस ली जाती थी।
तमन्ना माड्यूल से छात्रों को बड़ा लाभ मिलेगा। इसमें लैंग्वेज एप्टीट्यड, आब्सटै्रक्ट रीजनिंग, वर्बल रीजनिंग, मैकेनिकल रीजनिंग, न्यूमेरिकल एप्टीट्यूड, स्पैटल एप्टीट्यूड और परसेप्चुएल एप्टीट्यूड की परख होगी।कॅरियर चुनते समय छात्रों के ऊपर दबाव नहीं बनाना चाहिए। यदि छात्र अपनी क्षमता और रुचि के हिसाब से कॅरियर चुनेगा तो उसका सफल होना तय है। सर्फि अच्छे अंकों के आधार पर ही उसे कोई कॅरियर चुनने के लिए मजबूर करना गलत है।
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