आज से ठीक आठ साल पहले भारत के युवा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने टी-20 विश्वकप अपने नाम किया था. जी हाँ आज ही वो ऐतिहासिक लम्हा था जब भारत ने इतिहास रचा था. और 2007 में खेले गए पहले टी-20 का विजेता भारत बना था. युवा सितारों से सजी महेंद्र धोनी की इस टीम ने भारत की दिग्गज तिकड़ी सौरव गांगुली, सचिन तेदुलकर और राहुल द्रविड़ के बिना ही इस जीत को हासिल किया था. धोनी की टीम शुरू से टूर्नामेंट में दबदबा बनाये हुए थी. टीम का हर एक खिलाडी किसी न किसी मैच में अपनी धुआधार पारी का नमूना पेश कर रहा था.
इसी विश्वकप के दौरान युवराज सिंह ने एक ओवर में 6 सिक्स मारने का कारनामा किया था. अगर बात की जाये फ़ाइनल मुकाबले की तो ख़िताब के लिए भारतीय टीम अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से भिड़ा था. भारत ने पहले बल्लेबाजी करके 157 रन का स्कोर पाकिस्तान को दिया. भारत के इस स्कोर में गौतम गंभीर ने 75 और रोहित शर्मा ने 30 रनों की अहम पारी खेली. वही स्कोर का पीछा करने उतरी पाकिस्तान टीम की शुरुआत ठीक नहीं रही. लेकिन आखरी ओवरों में पाकिस्तान टीम ने मैच को इंट्रस्टिंग बना दिया और पाकिस्तान टीम जीत की और बढ़ने लगी.
और मैच आखरी ओवर तक जा पहुंचा. आखरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रनों की जरुरत थी. और ऐसे में धोनी ने गेंद थमाई जोगिन्दर शर्मा के हाथो में उन्हें जोगिन्दर पर पूरा भरोसा था. लेकिन ओवर की दूसरी गेंद पर ही मिस्बाह ने छक्का जड़ दिया और अब 4 गेदो पर 6 रनों की दरकार थी पाकिस्तान को और भारत को चाहिए था एक विकेट. जोगिन्दर ने अपनी अगली गेंद से मिस्बाह को लालच देना चाहा और मिस्बाह जोगिन्दर के इस पैतरे में फंस गए और बाउंड्री पर श्रीसंत को कैच दे बैठे और भारत ने ये मैच जीत लिया. इसी के साथ ही भारत ने पहला टी-20 विश्वकप अपने नाम किया