रांची: आज झारखंड 22 वर्ष का हो चुके है। आज ही के दिन 22 साल पहले 15 नवंबर, 2000 को लंबे संघर्ष तथा प्रतीक्षा के पश्चात् बिहार से अलग होकर झारखंड प्रदेश अस्तित्व में आया था। 1930 में गठित आदिवासी महासभा ने हॉकी खिलाड़ी जयपाल सिंह की अगुआई में अलग झारखंड का ख्वाब देखा था। 15 नवंबर, 2000 को आदिवासी नायक बिरसा मुंडा के जन्मदिवस पर झारखंड भारत का 28वां प्रदेश चुना गया। बिहार के दक्षिणी भाग को विभाजित कर झारखंड का सृजन किया गया। औद्योगिक नगरी रांची इसकी राजधानी है। राज्य के अन्य बड़े शहरों में धनबाद, बोकारो व जमशेदपुर सम्मिलित हैं।
वही झारखंड की सीमाएं उत्तर में बिहार, पश्चिम में यूपी तथा छत्तीसगढ़, दक्षिण में ओडिशा एवं पूर्व में पश्चिम बंगाल को छूती हैं। पूरा राज्य छोटानागपुर के पठार पर अवस्थित है। कोयल, दामोदर, खरगई व स्वर्णरेखा यहां की प्रमुख नदियां हैं। वनों के अनुपात में यह राज्य देश का अग्रणी प्रदेश माना जाता है। यह राज्य वन्य जीवों के संरक्षण के लिए भी लोकप्रिय है।
वही झारखंड तमाम भाषाओं, संस्कृतियों व धर्मों का संगम क्षेत्र बोला जा सकता है। द्रविड़, आर्य, व आस्ट्रो-एशियाई तत्वों के सम्मिश्रण का इससे अच्छा कोई क्षेत्र भारत में शायद ही नजर आता है। इस शहर की गतिविधियां मुख्य तौर पर राजधानी रांची तथा जमशेदपुर, धनबाद तथा बोकारो जैसे औद्योगिक केंद्रों से सबसे अधिक प्रभावित होती हैं।
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