भोपाल: मध्य प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। बुधवार शाम से ही लगभग 25 जिलों रुक-रुककर वर्षा हो रही है। अनुमान के हिसाब से बृहस्पतिवार शाम तक बारिश की गति बढ़ सकती है। मौसम विभाग 12 जिलों में मूसलाधार वर्षा एवं 5 शहरों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके अतिरिक्त 4 संभागों के सभी जिलों एवं उपरोक्त सभी के अतिरिक्त 7 अन्य जिलों में वज्रपात यानी बादलों से बिजली गिरने का खतरा बताया गया है।
वही पिछले 24 घंटे में विदिशा, छिंदवाड़ा सहित राज्य के 25 से अधिक जिलों में दो इंच तक बारिश हो चुकी है। राजधानी भोपाल में भी बुधवार दिनभर धूप छांव के दौर चलता रहा। हालांकि रात तक वर्षा नहीं हुई। इस वजह से उमस से थोड़ी समस्या बढ़ी। शाम को कम ही लोग बाजारों के लिए बाहर निकले। वही राजस्थान से मध्यप्रदेश होते हुए ओडिशा तक बन रहे सिस्टम की वजह से प्रदेश में मानसून एक्टिव हो चुका है। 30 जून एवं 1 जुलाई को मध्यप्रदेश के केंद्रीय और उत्तरी भाग यानी भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, सागर एवं रीवा संभाग में भारी वर्षा हो सकती है।
इन जिलों में येलो अलर्ट:-
भोपाल, नर्मदापुरम ग्वालियर एवं चंबल संभाग सहित मालवा निमाड़ के कुछ ज़िलों के साथ-साथ विदिशा, रायसेन, शाजापुर, धार, इंदौर, बड़वानी, सीहोर, सीधी सहित आस-पास के कई जिलों में वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अतिरिक्त श्योपुर, मुरैना, छतरपुर में तेज बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका व्यक्त की गई है।
इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट:-
रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, छतरपुर, निवाड़ी, छिंदवाड़ा एवं बालाघाट जिलों में मूसलाधार वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग ने इन शहरों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह सीजन का पहला ऑरेंज अलर्ट है। मतलब कि इन जिलों में लोग अपने घरों में रहे और किसी भी तरह की रिस्क ना लें। बरसाती नदी नालों से दूर रहें चाहे उन का जलस्तर कम क्यों ना हो।
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