हमेशा अलग हटकर भूमिकाएं चुनने वाले अभिनेता इरफान खान का मानना है कि शिक्षा पूरी करना जरूरी है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उनकी स्नातक डिग्री उनके अभिनय करियर के लिए फिजूल साबित हुई. यह बात सच है कि बॉलीवुड के कई बड़े सितारों ने अधूरी शिक्षा के बावजूद करियर की बुलंदियों को छुआ. वहीं इरफान का भी मानना है कि पहले शिक्षा पूरी करना फिर कुछ और करने के फामूर्ले के पीछे चलने के बजाए अपनी रुचि का काम करना ज्यादा अच्छा है.
बातचीत में इरफान ने कहा, यदि आपने अपनी पढ़ाई पूरी की है और आपके बच्चे अपने मन का काम करना चाहते हैं, तो यह उनका चुनाव है. आप अपने बच्चों को किसी बात के लिए मजबूर नहीं कर सकते. आप इस बात का फार्मूला नहीं तय कर सकते कि पहले स्नातक करो, फिर एमबीए करो और फिर अभिनय की शुरुआत करना. दो बच्चों के पिता इरफान ने अपनी जिंदगी का उदाहरण देते हुए बताया, "मेरी मां की बस एक ही शर्त थी कि तू ग्रैज्युएट हो जा, फिर जो करना है कर लेना. उनहोंने कहा, "लेकिन मेरे लिए यह फिजूल है.
इससे मेरा कोई फायदा नहीं हुआ. इरफान ने कहा, "हमारे बच्चे आज हमसे ज्यादा स्मार्ट हैं. जब आप उनसे पूछेंगे कि क्या करना चाहते हो, तो कहेंगे कि जब वे 11वीं या 12वीं में होंगे, तब फैसला करेंगे। मैं इसे सही मानता हूं और इसका सम्मान करता हूं. वे अपनी रुचि को पहचानना चाहते हैं और उसके अनुसार करियर का फैसला लेना चाहते हैं. इरफान राजधानी के पीएंडजी शिक्षा स्कूल में सीएसआर पहल के समर्थन के लिए मौजूद थे, जहां उन्होंने बातचीत सत्र के दौरान बच्चों से खूब बातें कीं और अपने बचपन की यादें भी साझा कीं. उन्होंने बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा के महत्व पर भी जोर दिया. इरफान के लिए शिक्षा का मतलब अपनी सोच और विचारों को विस्तार देना है, न कि उन्हें पिंजरे में कैद करना।
NTIPL reserves the right to delete, edit, or alter in any manner it sees fit comments that it, in its sole discretion, deems to be obscene, offensive, defamatory, threatening, in violation of trademark, copyright or other laws, or is otherwise unacceptable.