इंदौर: इंदौर आईटी के पश्चात् शहर का नाम ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी बेहतर होता जा रहा है. वहीं, शहर के इंजीनियरिंग विद्यार्थी खुद कार डिजाइन करने लगे हैं. शहर के इंजीनियरिंग विद्यार्थियों ने एक ऐसी अनोखी कार बनाई है, जिसमें दो पहिया वाहन के इंजन का प्रयोग किया गया है. यह पीथमपुर से पॉर्ट्स बनवाए और कार का चेचिस बनाने के लिए स्क्रेप का प्रयोग किया है. एक महीने में तैयार हुई कार की लागत लगभग 80 हजार रुपए आई है.यह कार विद्यार्थियों ने एक महीने में तैयार की है. कार की अधिकतम गति 80 से 90 है. पेट्रोल से चलने वाली कार का एवरेज 35 किलोमीटर प्रति लीटर है.
ऑटोमोबाइल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों ने कार बनाने के पहले इसका कंप्यूटर पर डिजाइन तैयार किया. इसके लिए एक सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया है. एक पुरानी बाइक को खरीदा, इसका इंजन और कार्बोरेटर कार के चेचिस में लगाया. कार बनाने के पहले ही टीम ने सॉफ्टवेयर की मदद से यह पता लगा लिया था कि रोड पर कार चल जाए. कार के इलेक्ट्रिकल उपकरण और वायरिंग इंदौर के ग्वालटोली क्षेत्र से बनवाए गए. टीम के सदस्य श्लोक मित्तल ने बताया कम कीमत में कार तैयार हो सके इसके लिए स्क्रेप और वेस्ट मटेरियल का भी काफी उपयोग किया
टीम ने का निर्माण एसएमएई स्टूडेंट्स कार्ट डिजाइन चैलेंज में सम्मलित होने के लिए किया है. जिसमें हैदराबाद में 25 से 28 फरवरी के दौरान हो रही राष्ट्रीय प्रतियोगिता में आईआईटी समेत देशभर के लगभग 35 इंजीनियरिंग संस्थानों की टीम अपने द्वारा बनाई गई कार के साथ उतरेंगे. वहीं, ऑटोमोबाइल क्षेत्र के विशेषज्ञ पहले वाहनों की डिजाइन, इंजन, सुरक्षा और क्षमता को चेक करेंगे. इसके पश्चात् कारों के बीच रेसिंग भी होगी. इसमें विजेता होने वाली टीम को पांच लाख रुपए का नगद इनाम मिलेगा. वहीं, टीम के सदस्य हुजेफा कॉलेजवाला का कहना है प्रतियोगिता में सम्मलित होने के लिए गाइडलाइन का पालन करना होता है.
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