नई दिल्ली। यहां एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। क्रूरता का हदें पार करते हुए दो मासूम बच्चियों के माता-पिता ने उन्हें बिना खाने-पानी के चार दिनों तक घर में बंद कर दिया।
गंभीर हालत में बच्चियों को समयपुर बादली से पुलिस ने बचाया। बच्चयों की मां रोजी ने दो महीने पहले अपने पांच साल के लड़के के साथ घर छोड़ दिया था। उनका पिता बबलू 15 अगस्त को घर से चला गया था।
अधिकारियों ने बताया कि बबलू शराबी और बेरोजगार है। पड़ोसियों ने पुलिस को फोन किया, जिसके बाद आठ साल की अलका और तीन साल की ज्योति को 19 अप्रैल को बचाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि भूख और प्यास के कारण बच्चियां कमजोर हो गईं थीं। उनके सिर में इंफेक्शन हो गया था। बताया जा रहा है कि झुग्गी के इस घर में परिवार बीते दो सालों से रह रहा था।
बदबू फैलने के बाद पड़ोसियों को पता चला कि वहां कुछ गड़बड़ है, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन किया। जबरदस्त गंध के कारण कमरे में घुसना मुश्किल था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बहनों लगभग मर चुकी थीं और उनके घाव सड़ने लगे थे।
घर में खाने-पीने के लिए कुछ भी नहीं था। दोनों बहनों को रोहिणी के बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चियों की खराब हालत देखकर डॉक्टर भी हैरान थे।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में बाल कल्याण समिति को रिपोर्ट भेज दी गई है। समिति ने निर्देश दिया है कि बच्िचयों के स्वस्थ होने तक अस्पताल में रखा जाएगा और बाद में उन्हें सुधार गृह भेजा जाएगा।