पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन में भारतीय सेना के कैप्टन कपिल कुंडू शहीद हो गए थे जिनकी पार्थिव देह आज 5 फ़रवरी 2018 को शाम तकरीबन 7 बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पहुंची. भारतीय सेना के कैप्टन कपिल कुंडू की शहादत पर श्रद्धासुमन अर्पित करने भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत व सेना के कई अफसर पहुंचे और तिंरगे में लिपटे कैप्टन कपिल कुंडू की पार्थिव देह पर पुष्प च्रक अर्पित किये.
इस मौके पर सभी की आँखे नम थी और सभी उनकी शहादत को सलामी दे रहे थे. देश पर अपनी जान लुटाने वाले कैप्टन कपिल कुंडू जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बीजी सेक्टर में तैनात थे और वे 22 वर्ष के थे. जल्दी ही कैप्टन कपिल कुंडू अपना 23वां जन्मदिवस मनाने के लिए छुट्टी लेकर घर लौटने वाले थे लेकिन उससे पहले पाकिस्तान की ओर से की गई नापाक हरकत से कैप्टन कपिल कुंडू समेत तीन अन्य जवान वीरगति को प्राप्त हो गए.
कैप्टन कपिल कुंडू के अलावा राइफलमैन शुभम कुमार, राइफलमैन राम अवतार और हवलदार रोशन लाल भी इस सीजफायर में शहीद हो गए. कैप्टन कपिल कुंडू की शहादत पर उनकी माँ ने कहा कि - "कपिल 10 फरवरी को अपने जन्मदिन पर घर आने वाला था. वह हमेशा मुझे सरप्राइज देता, अपने आने की खबर पहले सिर्फ बहनों को देता था. उसे एडवेंजर भरी जिंदगी पसंद थी, उसे प्रकृति से प्यार था, वह महान देशभक्त था." वहीँ कैप्टन कपिल कुंडू के परिवार ने बताया कि कैप्टन कपिल कुंडू सिर्फ अच्छी जिंदगी में यक़ीन रखते थे लम्बी जिंदगी में नहीं और उन्हें अपने देश से अत्यधिक प्रेम था. वहीँ कैप्टन कपिल कुंडू की मां ने बताया कि - "वह देश के लिए अपनी भावनाएं दर्शाने के लिए कविताएं लिखता था, वह हमेशा कहता था कि मेरा देश सबसे ऊपर है."
शहीदों को सम्मान देने से बढ़कर कोई कार्य नहीं - गिरिराज सिंह