भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने कर्नाटक के 19वें राज्यपाल के तौर पर आज यानी रविवार को शपथ ली है। जी दरअसल वो वजुभाई रुदाभाई वाला की जगह ले रहे हैं। आज कर्नाटक हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अभय श्रीनिवास ओका ने निवर्तमान राज्यपाल वाला, मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों, सांसदों, विधायकों और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में राजभवन में गहलोत को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। थावरचंद गेहलोत 73 साल के हैं और वह केंद्र में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थे।
Bengaluru | Thawarchand Gehlot takes oath as governor of Karnataka
— ANI (@ANI) July 11, 2021
Chief Justice of the Karnataka High Court, Justice Abhay Srinivas Oka, administers the oath of office and secrecy to Thawarchand Gehlot pic।twitter।com/jidS5LwT1s
इसी के साथ वह दक्षिणी राज्य में नया प्रभार संभालने से पहले राज्य सभा में सदन के नेता थे। थावरचंद गहलोत को 6 जुलाई को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया था और वह उन 12 केंद्रीय मंत्रियों में शामिल थे, जिन्होंने 7 जुलाई को केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था। इसी के साथ वह साल 2019 से राज्यसभा में सदन के नेता थे। थावरचंद गहलोत ने साल 2006 और साल 2014 के बीच बीजेपी की कर्नाटक इकाई के प्रभारी के रूप में काम किया, उस समय वह पार्टी के महासचिव थे।
थावरचंद गहलोत साल 1996 से 2009 तक शाजापुर (मध्य प्रदेश) से लोकसभा सांसद थे हालाँकि वह साल 2009 का लोकसभा चुनाव हार गए और 2012 में उन्हें राज्यसभा के लिए भेजा गया। कर्नाटक के राज्यपाल के रूप में थावरचंद गहलोत की नियुक्ति का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बीते मंगलवार को कहा था, 'राज्य को सार्वजनिक जीवन में उनके लंबे अनुभव और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता से लाभ होगा।' जी दरअसल येदियुरप्पा ने ट्वीट किया था और कहा था, 'मैं कर्नाटक के नए राज्यपाल के रूप में थावरचंद गहलोत का हार्दिक स्वागत करता हूं। सार्वजनिक जीवन में गहलोत जी के लंबे अनुभव और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता से राज्य को लाभ होगा।'
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