अमृतसर। देशभर में कई दुकाने है जहां सेनिको की वर्दी चंद रुपयो में मिल जाती है इतना ही नहीं फौजियों के बेल्ट, जूते जैसी कई अन्य समग्र्री भी आसानी से मिल जाती है. दुकानदार इन नियमो को ताक में रखते हुए किसी को भी फौज की वर्दी दे देते है. इसी बात का फायदा उठाकर आतंकी भी वर्दी पहन फौजी की वेशभूषा धारण करके आतंकी हमलो को अंजाम देने से पीछे नही हटते.
आतंकवादी किसी भी संगठन का हो लेकिन जब भी वह दीखता है तो सेना की वर्दी में ही दीखता है. जब भी कोई आतंकी हमला होता है तो सेना की वर्दी बेचने वाले नियमो पर ध्यान जाता है लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से उन नियमो को ताक में रख दिया जाता है.
आतंकवादी आसानी से सेना की वर्दी धारण करके आमजन को बेवकूफ बनाने में सफल हो जाते है. लोग इन पर शक भी नही करते है. लोगो में यह जागरूकता फ़ैलाने की जरूरत है की सेना की वर्दी धारण करने से हर कोई फौजी नही हो जाता है.
पठानकोट एयरबेस पर भी जिन आतंकियों ने हमला किया वह भी फौज की वर्दी में दिखाई दिए. सरकार को इस मामले में ध्यान देना होगा की वह लोगो में ऐसी जागरूकता फैलाए की आमजन असली और नकली फौजी को जान सके. लोग समझ सके की फौजी वर्दी पहनने से कोई फौजी नहीं बन जाता है.