MP: धनतेरस से लेकर 5 दिनों तक इस मंदिर में नकदी-ज्वेलरी रखने से मिलता है दुगना
MP: धनतेरस से लेकर 5 दिनों तक इस मंदिर में नकदी-ज्वेलरी रखने से मिलता है दुगना
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रतलाम: दिवाली का पावन त्यौहार इस बार 4 नवंबर को मनाया जाने वाला है। इस बीच सभी मंदिरों में जगमग लाइट्स लग चुकीं हैं और सारे मंदिर सजाये जा चुके हैं। इसी लिस्ट में शामिल है रतलाम का प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर। यहाँ भी पांच दिवसीय दीपोत्सव की तैयारियां पूरी हो गई हैं। जी दरअसल धनतेरस से 5 दिनों तक मंदिर कुबेर के खजाने की तरह सजया जा चुका है।

आपको बता दें कि धनतेरस से भाईदूज तक इस मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ती है लेकिन अब इन पांच दिनों तक भक्तों को मंदिर के भीतर जाने की अनुमति नहीं रहेगी। 5 दिनों तक लोग बाहर से ही दर्शन कर सकेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक इसके लिए प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। आपको बता दें कि इस मंदिर को देखने, पूजा—पाठ करने बड़ी संख्या में दूसरे जिलों से भी लोग आते हैं। अब आज यानी धन तेरस पर भी सुबह चार बजे से श्रद्धालु आ रहे हैं और महालक्ष्मी के दर्शन कर रहे हैं।

यहाँ सुबह महालक्ष्मी मंदिर पर आरती के साथ दीपोत्सव की शुरुआत हुई और अब उस दौरान के फोटोज वायरल हो रहे हैं। आपको बता दें कि रतलाम के इस प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर से जुड़ी एक मान्यता है। कहा जाता है यहां धनतेरस से भाईदूज तक अपना धन रखने से उसमें कई गुना वृद्धि होती है। इसी के चलते धनतेरस से 5 दिनों तक कई श्रद्धालु अपना धन और ज्वेलरी महालक्ष्मी मंदिर में रखते है। इसी के चलते मंदिर में इतनी नकदी व ज्वेलरी इकठ्ठा हो जाती है कि 5 दिनों के लिए मंदिर कुबेर के खजाने जैसा दिखता है।

वहीं 5 दिन बाद श्रद्धालु टोकन देकर अपना कैश और ज्वेलरी वापस ले लेते हैं। महालक्ष्मी मंदिर के संजय पुजारी बताते हैं कि 'कैश व ज्वेलरी की सुरक्षा के लिए प्रशानिक व्यवस्था की जाती है। इसी के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाये जाते हैं और पुलिस व्यवस्था भी मंदिर के चारों तरफ रहती है।

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नरोत्तम मिश्रा ने कहा- "राहुल और प्रियंका चुनाव के दौरान मंदिर के दर्शन।।।।"

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