भारत के लगभग हर हिस्से में लोगों ने कड़ाके की ठंड का सामना किया है. लेकिन अब बहुत जल्दी लोगों का सामना चिलचिलाती गर्मी से होने वाला है. भारत के मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक मार्च-अप्रैल-मई (MAM) में तापमान औसत से ज्यादा रहेगा. उत्तर-पश्चिम, पश्चिम, मध्य भारत और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में इस दौरान सामान्य से ज्यादा लू चलने की संभावना जताई गई है.
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मौसम विभाग के अनुसार मार्च, अप्रैल और मई के दौरान कोर हीट वेव जोन में सामान्य से ज्यादा हीटवेव की संभावना है. जबकि बाकि जगहों पर तापमान के सामान्य बने रहने की संभावना है. वहीं कोर हीट वेव जोन में अधिकतम तापमान के उपर रहने की लगभग 43 प्रतिशत संभावना है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मौसम की भविष्यवाणी करने वाली एजेंसी ने एमएएम सीजन (मार्च से मई 2020) के लिए जारी पूर्वानुमान में उत्तर-पश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत में 0.5 डिग्री सेल्सीयस रहेने की संभावना जताई है. शेष उपखंडों में तापमामन सामान्य के करीब रहने की संभावना है.
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देश के कोर हीट-वेव जोन यानी पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा व तटीय आंध्र प्रदेश में अधिकतम तापमान बढ़ने का साथ-साथ लू (लपट) का प्रभाव पिछले सालों से अधिक रहेगा.
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