हिमाचल के जिला चंबा के दो सरकारी स्कूल बिना नियमित शिक्षकों और 142 स्कूल केवल एक-एक शिक्षक के सहारे हैं। इसके सतहज ही विधायक पवन नैयर और आशा कुमारी के सवालों पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन दो स्कूलों में प्रतिनियुक्ति पर शिक्षक भेजे हैं। इसके अलावा सिंगल टीचर वाले स्कूलों में जल्द और शिक्षक तैनात किए जा सकते है । कहा कि प्रदेश में जल्द शिक्षकों का युक्तिकरण किया जाएगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार शिक्षक तैनात किए जाएंगे।
वहीं विपक्ष के सवालों पर घिरे मंत्री ने सफाई दी कि बीते दो वर्ष में 6268 शिक्षक भर्ती किए गए हैं। वहीं कांग्रेस सरकार के पांच साल के कार्यकाल में 7100 शिक्षकों की भर्ती हुई। बताया कि सकरैणा टू और जुबान प्राइमरी स्कूल में एक भी नियमित शिक्षक नहीं है। पढ़ाई सुचारु चलाने को प्रति नियुक्त पर अन्य स्कूलों से शिक्षक भेजे हैं। ऐसा बताया कि इन दो स्कूलों में स्वीकृत पदों की जगह कोई भी नियुक्ति नहीं है। चंबा, सिरमौर और शिमला के दूरदराज के क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षक भेजना कठिन कार्य है। वहीं सरकार ऐसे स्कूलों में रिक्त पद भरने को प्रयासरत है। इस पर विधायक आशा कुमारी ने सवाल उठाया कि प्रति नियुक्ति के चलते पढ़ाई अधिक प्रभावित होती है। शिक्षक स्कूल में नहीं जाते हैं।
इसके साथ ही प्रदेश में ऐसे कई स्कूल हैं, जहां विद्यार्थियों की संख्या 50 से 60 है और शिक्षक पांच से ज्यादा नियुक्त किए गए हैं। वहीं उन्होंने सरकार से ऐसे स्कूलों से शिक्षकों को अन्य स्कूलों में नियुक्त करने की मांग की। इसके साथ इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि विधायक आशा कुमारी पूर्व शिक्षा मंत्री रही हैं। वहीं उनके सुझावों पर अमल किया जाएगा। इसके साथ ही द्रंग विधानसभा क्षेत्र में शिक्षकों की कमी से संबंधित सवाल पर सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जिस तेजी से पूर्व सरकार ने द्रंग में स्कूल खोले, उस तर्ज पर शिक्षक भर्ती नहीं किए। विधायक जवाहर ठाकुर के सवाल पर मंत्री ने बताया कि उनके क्षेत्र में 736 पद स्वीकृत हैं।वहीं इनसे 118 खाली हैं। भर्ती प्रक्रिया जारी है।
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