गुवाहाटी: आसाम के बागान वैसे तो चाय के लिए देशभर में मशहूर हैं, लेकिन फ़िलहाल आसाम एक ख़ास किस्म की चाय पत्ती के लिए चर्चाओं में है. हाल ही में गुवाहाटी की एक चायपत्ती 39001 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से नीलम हुई है. इस चायपत्ती में खास ये है कि जहां आम चाय पत्तियों का रंग गहरा भूरा होता है, वहीं इस चायपत्ती का रंग सुनहरा है, इसीलिए इसे 'मनोहारी गोल्ड स्पेशियलिटी टी' नाम दिया गया है.
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इससे पहले सबसे महंगी चाय पत्ती का रिकॉर्ड अरुणाचल प्रदेश के नाम था. अरुणाचल प्रदेश के डोन्यी प्लो स्पेशियलिटी टी एस्टेट की चाय 18,801 रुपये प्रति किलोग्राम के दर से बिकी थी. इस नई सुनहरी चाय पत्ती का उत्पादन मई और जून में किया जाता है. हालाँकि इसे बनकर पैक होने में 40 दिन का समय लगता है. इसकी प्रक्रिया इतनी धीमी है कि दिनभर में केवल 50 ग्राम चाय पत्ती का ही उत्पादन हो पाता है.
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इस सबसे महंगी चाय पत्ती को तोड़ने के भी विशेष नियम हैं, इस चाय पत्ती को सुबह 4 बजे से 6 बजे तक ही तोड़ा जाता है, ताकि सूरज की गर्मी से इसका स्वाद और खुशबू ख़राब न हो. अभी तक इसका मात्र 2 किलो ही उत्पादन हो पाया है और इस विशेष चाय पत्ती को फ़िलहाल दिल्ली, कोलकाता और अहमदाबाद भेजा गया है.
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