चेन्नई: सड़कों के किनारे लगे भारी-भरकम होर्डिंग्स, फ्लैक्स बोर्ड, बैनर आम जनता के लिए किस कदर जानलेवा साबित हो सकते हैं, इसका ही एक उदहारण तमिल नाडु से सामने आया है। यहां एक 22 वर्षीय लड़की शुभाश्री के ऊपर सत्ताधारी अन्नाडीएमके पार्टी का बैनर गिर गया, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को उसके शव को अस्पताल से घर पहुंचाया गया। यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया पर लोग इस तरह के आदमकद बैनरों, होर्डिंग्स के खिलाफ आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।
बैनर कल्चर को समाप्त करने की मांग के बीच तमिलनाडु की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। विपक्षी डीएमके पार्टी के MLA ई करुणानिधि ने कहा है कि संबंधित बैनर सत्तारूढ़ दल का था। हमारी पार्टी की दलील है कि बैनर संस्कृति समाप्त होनी चाहिए। अब बताइए कि उस लड़की की मृत्यु का जिम्मेदार कौन है? पीड़िता के परिवार वालों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाना चाहिए।
इस सिलसिले में मद्रास उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कहा है कि अवैध फ्लैक्स बोर्ड के खिलाफ वह कई आदेश पास करके थक गया है। न्यायमूर्ति शेषासाई ने कहा कि इस देश में आम जनता की जिंदगी के लिए कोई सम्मान नहीं है। ये नौकरशाही की बेपरवाही को दर्शाता है। सॉरी, हमारा सरकार पर विश्वास नहीं रहा।
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