अफगानिस्तान के लगभग हर हिस्से पर इस समय तालिबान ने अपना कब्जा जमा लिया है। यहाँ अब हर जगह अफरा तफरी का माहौल नजर आ रहा है। यहाँ के लोग खुद को सुरक्षित देश से बाहर निकालने की कोशिशों में लगे हुए हैं और एयरपोर्ट पर काफी भीड़भाड़ नजर आ रही है। अब इन सभी के बीच अफगानिस्तान की महिलाओं में तालिबानी कानूनों को लेकर काफी डर है। जी दरअसल यह कानून महिलाओं की आजादी को काबू में करने वाले हैं। इस समय जो महिलाएं देश से बाहर निकलने में कामयाब हो गईं हैं वह खुद को खुशनसीब समझ रही हैं, लेकिन जो वहीं रह गईं, उनका क्या? अब उन्हें तालिबान के क्रूर कानूनों का सामना करना पड़ सकता है। तो आइए आज हम आपको बताते हैं महिलाओं के लिए बने नियमों के बारे में।
* यहाँ तालिबान के नियमों के अनुसार, महिलाएं अकेले घर से बाहर नहीं निकल सकतीं। उनके साथ कोई ना कोई पुरुष साथी जरूर होना चाहिए। वहीँ पुरुष का महिला से खून का संबंध होना चाहिए, यानी वो उसका पति, पिता, भाई या बेटा हो। यहाँ महिलाएं किसी गैर पुरुष के साथ नहीं घूम सकतीं।
* महिलाओं के लिए बुर्का पहनना अनिवार्य है और उसमे शरीर का कोई भी अंग दिखाई नहीं देना चाहिए। इसके अलावा महिलाएं हाई हील्स भी नहीं पहन सकतीं। क्योंकि हील्स पहनने के बाद अगर वो चलेंगी तो उनके कदमों की आवाज आएंगी। जी दरअसल तालिबान यह मानता है कि महिलाओं के कदमों की आवाज ठीक नहीं होती है और इससे पुरुष उत्तेजित हो सकते हैं। इस वजह से महिलाएं पैरों में क्या पहनेंगी, इसका फैसला भी तालिबान ही करेगा।
* तालिबान के नियमों में महिलाएं सार्वजनिक स्थान पर ऊंची आवाज में कुछ नहीं बोल सकतीं। जी दरअसल तालिबानी चाहते हैं कि कोई भी अनजान शख्स महिला की आवाज ना सुने।
* तालिबान के अनुसार अगर किसी घर की ग्राउंड फ्लोर या फिर फर्स्ट फ्लोर पर महिला रहती है, तो उसके घर की खिड़की पर या तो पेंट कर दिया जाता है या फिर उसपर ऐसी स्क्रीन लगाई जाती है, ताकि भीतर रहने वाली महिला को किसी भी तरह से कोई देख ना सके। यहाँ महिलाओं को आठ साल की उम्र के बाद शिक्षित होने की अनुमति नहीं होती और तब तक उन्हें केवल कुरान का अध्ययन करने की अनुमति होती है।
* तालिबानी नियमों के अनुसार, महिलाओं के वीडियो बनाने, फोटोग्राफी करने या फिर उनकी तस्वीरों को अखबार, किताबों या घरों पर नहीं लगाया जा सकता। यहाँ पुरुष अपने फोन में भी अपनी पत्नी की तस्वीर नहीं रख सकते।
* तालिबानी नियमों के अनुसार, महिलाएं रेडियो या टेलीविजन में काम नहीं कर सकतीं। इसी के साथ वह किसी सार्वजनिक सम्मेलन में नहीं जा सकतीं। इसके अलावा यहाँ महिलाएं साइकिल या मोटरसाइकिल नहीं चला सकतीं।
* तालिबान के कानून के अनुसार किसी भी स्थान पर 'विमेन' यानी महिला शब्द का इस्तेमाल नहीं हो सकता।
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