इस्लामाबाद: एक ओर पाकिस्तान पूरी दुनिया में अफगानिस्तान की तालिबान सरकार का हिमायती बना फिर रहा है और उसे मान्यता दिलाने के लिए जी जान लगा रहा है, वहीं दूसरी ओर आतंकी संगठन तालिबान और पाकिस्तानी फ़ौज में तकरार शुरू हो गई है. दोनों देशों के बीच बॉर्डर विवाद का मुद्दा गरमाया हुआ है. एक बार फिर तालिबान ने पाकिस्तान की फ़ौज द्वारा डूरंड रेखा पर लगाए गए बाड़े को नष्ट कर दिया है.
“Spoksman of ministry of Defence says that Pakistan has no right to erect barbed wire along the Durand Line and separate the tribes on both sides of the line.” #Taliban #Pakistan #Afghanistan pic.twitter.com/OcUlaNfYvu
— Abdulhaq Omeri (@AbdulhaqOmeri) January 2, 2022
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि तालिबान के सैनिक दक्षिणी अफगानिस्तान की बॉर्डर पर लगे बाड़े को उखाड़ रहे हैं. पाकिस्तान द्वारा बॉर्डर पर बाड़ लगाए जाने को तालिबान ने एकतरफा और गैर-कानूनी बताया है. तालिबान ने कहा है कि पाकिस्तान के पास अफगानिस्तान की बॉर्डर पर बाड़ लगाने का कोई अधिकार नहीं है. अफगानिस्तान में TOLO News टीवी के वरिष्ठ संवाददाता अब्दुलहक ओमेरी ने तालिबान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता का एक वीडिया पोस्ट किया है, जिसमें वो बाड़ा लगाने को लेकर पाकिस्तान पर जुबानी हमले कर रहे हैं. प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को डूरंड बॉर्डर पर बाड़ा लगाकर दोनों ओर की ट्राइब्स को अलग करने का कोई अधिकार नहीं है.
Few expendable Talibs are filmed removing bits of the Pak installed fence somewhre along Durand line. It is an atempt by the ISI to give a sense of national identity to Talibs. With the ISI performing the functions of the dead Mullah Haibatullah such fence isn't needed for now
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) January 2, 2022
तालिबान द्वारा पाकिस्तान की ओर से की गई बाड़ाबंदी को उखाड़ने के पीछे पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने एक अलग ही कारण बताई है. उनका मानना है कि ये पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का कारनामा है, ताकि अफगानिस्तान के लोग तालिबानी सरकार को अपना सबसे बड़ा हितैषी समझें.
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