नई दिल्ली : भारत में 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली स्पेन की टैल्गो ट्रेन ने परीक्षण तो सफलता पूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन भारत की पटरियां इसके लिए उपयुक्त नहीं है। ये बात रेलवे ने खुद स्वीकारी है। रेलवे ने कहा है कि कुछ बदलावों के बाद ही इसे सेवा में लाया जा सकता है। इसका कारण बताते हुए रेलवे ने कहा है कि इसकी चौड़ाई व इसके फुटबोर्ड की ऊंचाई कम है।
रेलवे रोलिंग स्टाक के सदस्य हेमंत कुमार ने कहा है कि टैल्गो के समय का परीक्षण सफल रहा। मौजूदा स्वरूप में इसे भारतीय रेलवे प्रणाली में सेवा में नहीं लाया जा सकता, क्योंकि इसकी चौड़ाई और इसके फुटबोर्ड की उंचाई कम है। उन्होने बताया कि वैश्विक बाजार से ऐसी हल्की वजन की ट्रेनों को खरीदने के लिए एक उली निविदा होगी।
बता दें कि ट्रेन का बरेली और मुरादाबाद के बीच 9 डिब्बों के साथ 115 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से परीक्षण किया गया। इसके बाद हरियाणा के पलवल और मथुरा के बीच भी ट्रेन को 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। दोनों ही परीक्षण सफल रहे थे।
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