नई दिल्ली: बीजेपी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के खिलाफ एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी को चिठ्ठी लिखी है. इस खत में स्वामी ने राजन को तत्काल उनके पद से हटाने की मांग की है. इसके पीछे कई वजहें भी दी गई है।
उनका आरोप है कि राजन मोदी सरकार की उपेक्षा कर रहे है. इन आरोपों की चार्जशीट कुछ इस तरह से हैः
* राजन द्वारा ब्याज दर बढ़ाए जाने के कारण घरेलू छोटी और मध्यम इंडस्ट्री में मंदी आ रही है, इससे न सिर्फ प्रोडक्टिविटी में गिरावट आ रही है बल्कि बेरोजगारी भी बढ़ रही है।
* आरबीआई गवर्नर ने प्रधानमंत्री की ओर से स्टे ऑर्डर होने के बावजूद शरिया कंप्लेंट फाइनेंशियल ऑर्गेनाइजेशन सेट अप करने की पुरजोर कोशिश की।
* राजन के पास दोहरी नागरिकता है. उनके पास यूएस का ग्रीन कार्ड भी है. यही नहीं, इस कार्ड के होने पर संबंधित व्यक्ति को अमेरिकी सरकार के कहने पर सैन्य सेवाएं भी देनी पड़ सकती हैं।
* आरबीआई गवर्नर की पोस्ट काफी संवेदनशील जगह है, यहां किसी देशभक्त व्यक्ति की जरूरत है जो बिना शर्तों के अपने देश के लिए काम करे।
* राजन पर स्वामी का यह भी आरोप है कि उन्होने दुनिया भर के लोगों को भारत से जुड़ी आर्थिक रिपोर्ट और जरूरी आंकड़े भेजे हैं, जो कि सरासर गलत है. ये आंकड़े बेहद संवेदनशील थे और देश की सुरक्षा को इससे खतरा हो सकता है।
* सरकारी कर्मचारी होने के बाद भी वह लगातार सार्वजनिक जगहों पर बीजेपी की आलोचना करते रहे हैं. देश में असहिष्णुता का मुद्दा हो या फिर ग्रोथ रेट का मुद्दा राजन ने सरकार से इतनी ही राय रखी है।
* राजन एक अमेरिका संस्था ग्रुप ऑफ 30 के सदस्य भी हैं. यह संस्था ग्लोबल इकोनॉमी में अमेरिका को सर्वोच्च बनाए रखने के उद्देश्य से काम कर रही है. अमेरिका पहले भी ऐसे कारनामों से मंदी के दौर में जापान की कई कंपनियां हथिया चुका है।