वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में हुए सर्वे के चलते शिवलिंग प्राप्त होने का दावा हिंदू पक्ष की तरफ से किया गया था। ज्ञानवापी मस्जिद में प्राप्त हुए कथित शिवलिंग की पूजा के अधिकार को लेकर एक ओर मामला अदालत में है। वहीं दूसरी ओर पूजा के हक़ को लेकर संघर्ष अब सड़कों पर भी आ गया है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद दर्शन पूजन की मांग को लेकर अपने मठ में ही अनशन पर हैं।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने खाना-पानी त्याग दिया है। इससे उनके स्वास्थ्य में निरंतर गिरावट हो रही है। डायबिटीज के मरीज बताए जा रहे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का शुगर लेवल 44 पहुंच गया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के स्वास्थ्य में तेजी से आई गिरावट ने उनके शिष्यों तथा अनुयायियों की समस्या बढ़ गई है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के शिष्य ये बोल रहे हैं कि कोई भी शिवलिंग की पूजा आरम्भ कर दे।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की शिष्या साध्वी पूर्णाम्बा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि वे स्वयं ही शिवलिंग की पूजा करने की जिद कर रहे हों। उन्होंने कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की मांग ये है कि कोई भी शख्स ज्ञानवापी के वजूखाने में प्राप्त हुए शिवलिंग की पूजा आरम्भ कर दे। शिवलिंग का पूजन तथा भोग आरम्भ कर इसकी खबर उनको दे दी जाए।
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