जम्मू : जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो इसे क्या कहें. ऐसा ही मामला जम्मू का सामने आया है जहाँ एक डीएसपी को कश्मीर घाटी में तनाव और हिंसा के दौरान पाकिस्तानी एजेंसी को खुफिया जानकारी देने के आरोप में गुरुवार को डीजीपी के राजेंद्र कुमार ने आरोपी डीएसपी को निलंबित कर दिया.
एक अंग्रेजी अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार जम्मू-कश्मीर के डीजीपी के राजेंद्र कुमार काफी दिनों से डीएसपी तनवीर अहमद पर नजर रखे हुए थे. उन्हें जानकारी मिली थी की तनवीर लगातार पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में हैं और उन्हें फोन के जरिए पुलिस और रक्षा संबंधी जानकारियां दे रहे थे.गृह मंत्रालय ने कॉल को ट्रेस किया और मामले की पड़ताल की. इसके बाद गृह मंत्रालय ने डीजीपी को ये सूचना दी. डीजीपी ने कुछ दिनों पहले मामले में जांच के आदेश दिए थे.
इस सम्बन्ध में अपनी सफाई देते हुए आरोपी डीएसपी तनवीर अहमद ने बताया कि करीब एक महीने पहले उन्हें कंट्रोल रूम पर एक कॉल आया था. फोन करने वाले ने खुद को आर्मी कमांडर बताया और कश्मीर घाटी में हिंसा के दौरान कुछ चुनिंदा जगहों पर सुरक्षाबलों की ड्यूटी की जानकारी मांगीथी. आरोपी डीएसपी का तो यह भी कहना है कि जानकारियां देने से पहले उन्होंने एसपी से अनुमति ली थी.अहमद के कहा उन्होंने जानकारियां व्हाट्सऐप पर शेयर की थी.