नई दिल्ली : मोदी सरकार के कार्यकाल का आज दूसरा रेल बजट सदन में पारित होगा। रेल मंत्री सुरेश प्रभु संसद पहुंच चुके है और कुछ ही देर में वें रेलवे के विकास का बजट देश के सामने रखेंगे। कइयों की निगाहें नई रेल पर टिकी है, तो कइयों की नजरें किराए में बढ़ोतरी को लेकर सहमी हुई है। लेकिन इसी रेल बजट में मोदी सरकार अपना विजन 2030 भी पेश करेगी। रेल मंत्रालय इस साल 26 लाख कम पन्ने छापेगी, ताकि पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो औऱ डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिले। इससे साल में 200 पेड़ कम कटेंगे।
इससे रेलवे को 4 लाख रुपए की बचत होगी। कहा जा रहा है कि रेल मंत्री नई प्रीमियम ट्रेनों का ऐलान कर सकते है। किराया बढ़ने और सर्विसेज पर सरचार्ज लगने पर अब तक सस्पेंस कायम है। बुधवार को रेल बजट 2016-17 को अंतिम जामा पहनाते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि यह बजट देश और रेलवे के हित में होगा।
7वें पे कमीशन को लागू करने की वजह से रेलवे पर अतिरिक्त 32 हजार करोड़ का बोझ बढ़ेगा। गुरुवार की सुबह 10 बजे प्रभु ने कहा कि हर स्टेशन पर वाइ-फाइ की सुविधा दी जाएगी। इससे पहले उन्होने कहा कि मैं ड्राइविंग सीट पर जरूर हूं, लेकिन पूरी जनता मेरे साथ सफर कर रही है।
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि यह बजट सुधारों वाला होगा। जनता के हितों का ख्याल रखा जाएगा। रेल बजट की कॉपियां संसद पहुंचीं। बता दें कि वर्तमान वितीय वर्ष में रेलवे के राजस्व में 3.77 प्रतिशत की कमी आई है। रेलवे जब 92 पैसे खर्च करता है, तो उसे 1 रुपए का फायदा होता है। कहा जा रहा है कि यात्रियों के लिए नया रिफॉर्म सिस्टम लागू होगा और खानपान का नया सिस्टम भी लागू हो सकता है।
कई तरीकों से यात्रियों को जेब काटने की तैयारी भी है। यदि आपको मनपसंद सीट चाहिए, ट्रैवल डेट के आसपास कंफर्म टिकट के लिए एक्स्ट्रा पेमेंट का विकल्प होगा। रेलवे का पार्लियामेंड कैंटीन में सब्सिडी को पहले ही खत्म किया जा चुका है, जिससे वहां खाना 2 से 3 गुना महंगा हो गया है।