नई दिल्ली : दिल्ली में फैले खतरनाक वायु प्रदूषण का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनाई गई पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (इंवायरमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी) की ओर से पर्यवरणविद सुनीता नारायण ने सुप्रीम कोर्ट को अवगत कराया कि दिल्ली के हालात बेहद खराब हैं. इस पर तुरंत सुनवाई की जरूरत है. कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आज मंगलवार को 3:30 बजे इस मामले की सुनवाई करेगा.
बता दें कि पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण की ओर से कोर्ट को यह बताया गया कि यह एक लोक आपातकाल की स्थिति है. प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहले ही कई दिशा-निर्देश जारी कर चुका है, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए. अब सुप्रीम कोर्ट इसकी न केवल फिर से सुनवाई करे और इस मामले की निगरानी भी करे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछली सुनवाई में प्रदूषण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि हम 21वीं सदी में हैं. आपको दूरदर्शी और प्रगतिशील बनना चाहिए ना कि इसमें बाधक. कोर्ट के आदेश पर सरकार के परिवहन सचिव बैठ जाते हैं.
इधर दिल्ली में आने वाले ट्रकों में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस लगाने के आदेश दिए गए थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ. दिवाली के बाद से ही दिल्ली और एनसीआर धुएं और कोहरे के मिश्रण यानी स्मॉग में लिपटा हुआ है. हवा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक सीमा से ज्यादा हो चुका है. लोग मास्क लगा कर बाहर निकल रहे हैं. बच्चे और दमे के मरीज खासतौर पर काफी दिक्कत में हैं. अफ़सोस तो यह है कि इस भयावह हो चुकी स्थिति में भी राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में लगे हैं. ऐसे में अब सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर लगी है.