नई दिल्ली: देश में कई वर्षों से राजनीति का केंद्र रहे अयोध्या राम जन्मभूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 10 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले में आगे की सुनवाई तीन जजों की एक बेंच करेगी. इस विवादित जमीन पर मालिकाना हक को लेकर ये मामला काफी समय से सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है.
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आज मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई और जस्टिस एसके कॉल की बेंच द्वारा इस मामले पर सुनवाई होगी. मामले के मंदिर-मस्जिद से जुड़े होने के कारण देश के लोगों की नज़रें इस मामले पर टिकी हुई है. वहीं, राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिन्दू परिषद् (विहिप) निरन्तर मोदी सरकार पर दबाव डाल रहे हैं कि वे अदालत में लंबे समय से लंबित इस मामले को देखते हुए अध्यादेश लाकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की राह रास्ता साफ़ करें.
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आपको बता दें कि इससे पहले केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राम मंदिर मामले की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि जब सबरीमाला मामले की सुनवाई 6 महीने में पूरी हो सकती है और अर्बन नक्सल का मामला दो महीने में सुलझ सकता है, तो रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामला 70 साल से क्यों लंबित पड़ा हुआ है. उन्होंने इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट की तर्ज पर करने की अपील की थी.
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