भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रवेश लेने के लिए की जाने वाली एंट्रेंस एग्जाम IIT-JEE के रिजल्ट हाल ही में घोषित हुए है. इसमें देश भर के तमाम विद्यार्थियों ने सफलता हासिल की. इन विद्यार्थियों में से बिहार के भी छात्रों ने सफलता हासिल की. उनमे से कुछ विद्यार्थी सुपर-30 के स्टूडेंट्स है. 'सुपर 30' के 28 छात्र इस साल आईआईटी-जेईई में सफल रहे.
बिहार में छात्रों के लिए चलाई जा रही मुफ्त कोचिंग संस्थान 'सुपर 30' के 28 छात्र इस साल आईआईटी-जेईई में सफल रहे. यह जानकारी संस्थान के निदेशक ने रविवार को दी. जो विद्यार्थी सफल हुए है वह दैनिक मजदूर, सीमांत किसान और प्रवासी मजदूरों के बच्चे हैं. 'सुपर 30' के संस्थापक-निदेशक आनंद कुमार ने अपने विद्यार्थियों की सफलता की ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा, 'हम खुश हैं कि इस साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में हमारे 30 छात्र में से २८ छात्र सफल रहे. इसका श्रेय छात्रों की कड़ी मेहनत और शिक्षकों को जाता है.' उन्होंने आगे कहा -इस साल आईआईटी-जेईई के परिणामों ने एक बार फिर इस सच्चाई को रेखांकित किया है कि उचित अवसर मिलने पर गरीब परिवारों के छात्र भी प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में पहुंच सकते हैं.'
बता दे की 'सुपर-30' कोचीन संस्थान गरीब परिवारों के बच्चों का चयन करता है और उन्हें मुफ्त कोचिंग, भोजन और रहने की सुविधा देता है ताकि वे अपना ध्यान केवल आईआईटी-जेईई में सफल होने पर केंद्रित करें. इस कोचीन संस्थान की शुरुआत एक दशक पहले आनंद कुमार और बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने मिलकर की थी. बाद में अभयानंद संस्थान से अलग हो गए.
'टाइम्स' पत्रिका की सूची 'बेस्ट ऑफ एशिया 2010' में सुपर 30 को शामिल किया गया था. 'सुपर-30' कोचिंग में प्रवेश पाने के लिए गरीब परिवार के छात्रों को एक प्रतियोगिता परीक्षा पास करनी होती है और विद्यार्थियों के चयन के बाद, उन्हें 16 घंटे तक पढ़ाई के लिए सस्थान में रहना पड़