Birthday Special : “इनका ढाई किलो का हाथ आज भी जब पड़ता है तो आदमी उठता नहीं उठ जाता हैं”
Birthday Special : “इनका ढाई किलो का हाथ आज भी जब पड़ता है तो आदमी उठता नहीं उठ जाता हैं”
Share:

tyle="text-align: justify;">आज हम बात करते है उस अभिनेता की जिसका "ढाई किलो का हाथ आज भी जब पड़ता है तो आदमी उठता नहीं उठ जाता हैं" जी हाँ, तारीख 19 अक्टूबर 1957 को सहनेवाल, लुधियाना (पंजाब) में धर्मेंद्र देओल और प्रकाश कौर के घर पैदा हुआ उनका सबसे पड़ा बेटा अजय सिंह देओल, जिसे प्यार से हम कहते है "सनी देओल" जो आज 60 साल के हो चुके हैं। सनी देओल दरअसल रोमांटिक एक्शन हीरो की केटेगरी में आते है, रोमांस रहा हो या फिर एक्शन दोनों में ही इन्होंने महारत हासिल की है.
 
आपको बता दे कि सनी देओल को सुबह ज्यादा पसन्द है और बचपन से यही देखा रात सोने के लिए होती है, इसलिए आपने अक्सर देखा होगा कि सनी देओल बॉलीवुड की पार्टीज़ वगैरह में ज्यादा नज़र नहीं आते है. बचपन से ही सनी देओल को स्पोर्ट्स बहुत पसन्द था और इसमें वो आगे रहे है, स्कूल की हर एक टीम में इनका सिलेक्शन होता था, लेकिन सनी पाजी स्पोर्ट्स में कभी भी आगे नहीं जा पाए क्योंकि घर से इन्हें खुलकर इजाजत नहीं थी.
 
उसके बाद फिर सनी देओल ने मन बनाया कि वो अपने पिता की तरह ही एक्टर बनेंगे, क्योंकि सनी बचपन से ही बहुत शर्मीले थे तो धर्मेंद्र ने सोचा कि क्यों ना इस लड़के को एक्टिंग की ट्रेनिंग दिलाई जाए और फिर एक्टिंग सिखने के लिए इन्हें भेजा गया लन्दन के बिर्मिंघम थिएटर स्कूल. लन्दन में सनी का व्यक्तित्व भी जरा खुला और अब बाहर अपने देश से अलग रह रहे थे तो वहाँ पर अजीब-अजीब से शौक भी हुए इन्हें लेकिन सनी ने मन बना लिया था की सिगरेट और शराब इन दोनों से बहुत ही दूर रहेंगे.
 
लन्दन में सनी ने एक्टिंग की ट्रेनिग पूरी की और फिर पिता धर्मेंद्र का कॉल आया कि बेटा सनी वापस आ जाओ 'बेताब' तुम्हारा इंतजार कर रही है. सन 1983 में बेताब फिल्म के साथ सनी देओल ने शुरुआत की जिसमे इनकी हिरोइन थी अमृता सिंह. सनी देओल उन एक्टर्स में से रहे जिन्होंने इस बात का गुरेज नहीं किया कि वो शर्टलेस दुनिया के सामने आये, इनका फिजिक हमेशा इनका साथ देता है.
 
सनी देओल हॉलीवुड स्टार सिल्वेस्टर स्टेलोन से खासे प्रेरित थे और उन्हें मिसाल मानकर सनी ने अपनी बॉडी पर काम किया और सिल्वेस्टर स्टेलोन के जिम में ही सनी ने वर्जिश की और गढ़ा हुआ शरीर बनाया, सनी देओल उन एक्टर्स में से है जो "पंच मारते है तो लगता है वाकही ही पंच लगा है" फिल्म 'बेताब' बड़ी सफल हुई लेकिन उसके बाद के कुछ साल सनी के लिए ठीक नहीं थे. और फिर आई फिल्म 'अर्जुन' जिसने कमाल कर दिया और फिर सनी देओल एक रोमांटिक हीरो की कैटेगरी में आ गए, उसी दौर में आई 'चालबाज़' और 'त्रिदेव' जिसमे सनी के काम को बहुत ही पसन्द किया गया और सराहा गया.
 
फिर वो फिल्म आई जो इन्ही के होम प्रोडक्शन में प्रोड्यूस हुई थी 'घायल' जिसके लिए सनी को अवार्ड से भी नवाजा गया था, ये बात सनी ने हमेशा साबित की ये एक्शन हीरो ही नहीं रोमांटिक दुनिया में भी कमाल कर सकते है, चाहे फिर 'सोहनी महिवाल' 'घातक'  रही हो या फिर 'ग़दर एक प्रेम कथा' एक्टिंग के साथ-साथ सनी ने डायरेक्शन में भी हाथ आजमाए इन्होंने अपने छोटे भाई बॉबी देओल और खूबसूरत एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर को लेकर फिल्म बनाई 'दिल्लगी'.
 
सबसे खास और कमाल की बात ये है कि सनी देओल उस दौर में चमके जब इनके पिता धर्मेंद्र खुद एक्टिव थे, कई रोमांटिक हीरो आये एंग्री मैन एक्टर्स भी आये लेकिन सनी देओल की जगह बरकरार रही, चाहे वो फिल्म 'बॉर्डर'  रही 'अपने' या फिर 'यमला पागल दीवाना'.
 
सनी के निजी जीवन की तरफ रुख करे तो पता चलता है कि इनकी शादी पूजा देओल से हुई और इस शादी से इन्हें दो बेटे हुए करन और राजबीर, सनी की परफॉरमेंस की वजह से इन्हें एक नहीं दो बार नेशनल अवार्ड्स से सम्मानित किया गया. सनी देओल उन गिने चुने एक्टर्स में से है जिन्होंने बदलते वक़्त में भी अपना दबदबा कायम रखा है. हमारी तरफ से बॉलीवुड के इस माचोमैन को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकानाएं.........

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -