अदन: सोमवार को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट द्वारा विस्फोटक से लदी अपनी कार से अदन के सेना प्रशिक्षण केंद्र पर हमला किया गया. जिसमे 71 लोग मारे गए. पिछले एक वर्ष में यह राजधानी यमन में हुआ सबसे भयावह आतंकवादी हमला है. सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के सहयोग से सेना नए रंगरूटों को प्रशिक्षित कर रही है, ताकि वे देश में चल रही शिया हुथी विद्रोहियों, उनके सहयोगियों और सुन्नी जेहादियों के खिलाफ युद्ध में शामिल हो सकें.
अदन फिलहाल यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार का अस्थायी केंद्र है. यह सरकार देश में एक साल से अधिक समय से ईरान समर्थित विद्रोहियों और जिहादियों के खिलाफ संघषर्रत है. सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि हमलावर ने सोमवार सुबह विस्फोटक से लदे वाहन से उत्तरी अदन के एक प्रशिक्षण केंद्र में सेना में शामिल नए रंगरूटों के समूह को टक्कर मारी.
सैन्य सूत्रों ने बताया कि सऊदी अरब की सीमा से सटे देश के उत्तरी भाग में हुथी विद्रोहियों से लड़ने के लिए प्रशिक्षित किए जा रहे 5,000 लोगों में ये रंगरूट भी शामिल थे. अधिकारियों ने कहा कि वैसे केंद्र बंद था और नए रंगरूट अंदर मौजूद थे, लेकिन हमलावर ने वाहन अंदर तब घुसाया, जब दरवाजा एक डिलीवरी वाहन के लिए खुला.
गवाहों ने कहा कि सेना में भर्ती हुए कुछ नए रंगरूट उस समय मलबे में दफन हो गए, जब विस्फोट के बाद एक छत ढह गई. मेडिकल सूत्रों ने बताया कि कम से कम 71 लोग मारे गए हैं, जबकि 98 घायल हुए हैं.