जीवन में सफलता के सात भेद,
मुझे तो अपने कमरे के अंदर ही उत्तर मिल गये !
छत ने कहा : उद्देश्य ऊँचे रखो !
पंखे ने कहा : ठन्डे रहो !
घडी ने कहा : हर मिनट कीमती है !
शीशे ने कहा : कुछ करने से पहले अपने अंदर ही झांक लो!
खिड़की ने कहा : बहार की दुनिया को देखो !
कैलेंडर ने कहा : Up-to-date रहो !
दरवाजे ने कहा : अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरा जोर लगाओ !
इन सात उद्देश्य को अगर जीवन में धारण कर लोगे तो सफलता आपके कदमो में होगी । आपको जीवन में किसी के भी पीछे भागने की आवश्यकता नहीं होगी ।
और दोस्तों ये लकीरें का खेल भी बड़ा अजीब होता हैं
* माथे पर खिंच जाएँ तो किस्मत बना देती हैं
* जमीन पर खिंच जाएँ तो सरहदें बना देती हैं
* खाल पर खिंच जाएँ तो खून ही निकाल देती हैं
* और अगर रिश्तों पर खिंच जाएँ तो दीवार बना देती हैं..
इसलिए अपने जीवन में कहीं भी कभी भी किसी के साथ इस लकीर को न खिंचने दे और अगर गलती से खिंच भी जाये तू रबर (व्यवहार) लेकर तुरंत उसे मिटा दे ।
वरना ये लकीर बढ़ते बढ़ते कब खाई बन जाये पता ही नहीं चलता और खाई को मिटाना किसी के बस में नहीं ।