नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने श्री राम जन्मभूमि को लेकर बयान दिया और कहा है कि वे इस मसले पर सभी दलों से चर्चा करेंगे। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के अभियान का पुरजोर समर्थन किया। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि वे राम मंदिर के मसले पर सभी से चर्चा करेंगे। उनका कहना था कि वे सभी दलों के नेताओं से चर्चा भी करेंगे। उनका कहना था कि वे मायावती और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को भी मना लेंगे।
उनका कहना था कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में ड्रग्स लेने वाले लोग वामपंथी हैं। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा। उन्होंने मांग की कि सर्वोच्च न्यायालय में श्री राम मंदिर मसले की हर दिन सुनवाई की जाए। सुब्रमण्यम स्वामी ने एक राष्ट्रीय हिंदी समाचार चैनल के कार्यक्रम में शामिल होकर अपनी ओर से भाजपा का पक्ष रखा।
टाॅक शो में एमआईएम के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन औवेसी से उन्होंने चर्चा की। पत्र में उन्होंने कहा कि इस तरह के विवाद में मुस्लिम समाज के पैरोकार हर दिन सुनवाई किए जाने के पक्ष में हैं। इससे मामला जल्दी सुलझे। केंद्र सरकार को इस मामले में अपील करनी होगी। स्वामी ने कहा कि वे आरोप लगा रहे हैं कि उत्तरप्रदेश में चुनाव को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी के राम मंदिर का मसला उछाला जा रहा है। देश में प्रतिवर्ष चुनाव आयोजित होते हैं। इस मसले पर वे कब बात कर सकते हैं।
स्वामी द्वारा कहा गया कि कांग्रेस में राष्ट्रवादी लोग भी शामिल हैं। जो जनता की मांग पर ध्यान देंगे। स्वामी ने यह भी कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ड्रग्स के अड्डे के तौर पर घिर गया है। यहां बड़े पैमाने पर वामपंथी मौजूद हैं जो ड्रग्स लेते हैं। मालदा हिंसा पर भी उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य को दिशानिर्देश जारी करने होंगे। यहां संविधान के अनुसार कार्य नहीं किया गया।