अपने बयान में वरिष्ठ भाजपा नेता व राज्यसभा सदस्य सुब्रह्मणयम स्वामी ने कहा है कि गुलाम कश्मीर (पीओके) का मामला जवाहरलाल नेहरू सरकार की तरफ से संयुक्त राष्ट्र में भेजना बहुत बड़ी गलती थी. यह प्रस्ताव देश की संसद की सहमति के बिना वहां भेजा गया था और इस कारण यह गैरकानूनी है. इसे वापस लिया जाना चाहिए. इसके लिए जल्द कदम उठाया जाएगा. आइए जानते है पूरी जानकारी विस्तार से
अस्पताल के बाहर जमकर हुआ इस एक्ट्रेस की कार का एक्सीडेंट, मांगी मदद
शनिवार को सुब्रह्मणयम स्वामी यहां सेक्टर 10 स्थित डीएवी कॉलेज में आयोजित सांस्कृतिक गौरव मंच के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. स्वामी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को लागू करने के समय सरदार वल्लभ भाई पटेल को को कहा गया था कि यह अस्थायी है. इस अनुच्छेद को किसी भी वक्त हटाया जा सकता है.
गृह-नक्षत्र ठीक करने के बहाने लड़की संग अश्लील हरकत करने लगा पुजारी लेकिन...
इसके अलावा उन्होंने कहा कि गुलाम कश्मीर (पीओके) के मामले को बिना संसद की मंजूरी के संयुक्त राष्ट्र संघ में भेज दिया गया था. उन्होंने कहा कि अब जब गुलाम कश्मीर को भारत लेना चाहता है तो उसके लिए इस मामले को संयुक्त राष्ट्र से बाहर करना जरूरी है. इसके लिए भारत जल्द ही संयुक्त राष्ट्र को प्रस्ताव भेजेगा.गुलाम कश्मीर भारत का अभिन्न अंग रहा है और इसे जबरदस्ती पाकिस्तान ने अपने अंदर कर लिया था. कार्यक्रम में सांसद किरण खेर और कर्नल केजे सिंह और पंजाब के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी भी मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान स्वामी विद्यार्थियों ये भी रूबरू हुए.
अनोखे और अजीब है ये चोर, चुराते थे सड़कों पर लगे गटर के ढक्कन
नशा तस्करों को गिरफ्तार करने गई पुलिस पर बरसाए गए पत्थर, लेकिन बाद में ...
यूपी पुलिस के हत्थे चढ़े चार पत्रकार, पुलिसकर्मियों को करते थे ब्लैकमेल