नई दिल्ली : 8 जून से लापता तटरक्षक बल के डॉर्नियर विमान के पता चालने की संभावना तब बढ़ गई जब शनिवार को एक नौसैनिक पोत को उसके सिग्नल मिले और उससे हुए तेल रिसाव का पता चला। अब इस बात की अधिकारियो द्वारा जांच की जा रही है कि जो सिग्नल मिले है क्या वो लापता विमान के ही हैं। रक्षा मंत्रालय प्रवक्ता सीतांशु कर ने ट्वीट किया कि INS संध्यक को शायद लापता विमान के SLB (सोनार लोकेटिंग बीकन) के सिग्नल प्राप्त हुए है। उन्होंने कहा कि कई रंगों वाला तेल भी देखा गया है जिससे इस क्षेत्र में तेल रिसाव के संकेत मिलते हैं। इस बीच, तटरक्षक बल ने एक बयान जारी कर सूचना दी की INS संध्यक को समुद्र की गहराई में खोज के दौरान 37.5 किलोहर्ट्ज के अनिरंतर सिग्नल मिले हैं।
ट्रांसमिशन तटीय तमिलनाडु पर कराईकल कुडालोर के आस पास है जहां वायु यातायात नियंत्रण रडार ने विमान से संपर्क खोया था। बयान में यह भी बताया गया कि लापता विमान को उसी क्षेत्र में खोजने के लिए तटरक्षक बल करीब 110 घंटों से नाकाम कोशिस कर रहा है। इसके अलावा तेल के नमूने विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला को भेजे दिए गए है। गुरुवार को IOC ने इसी तरह के नमूने की जांच की थी, लेकिन उसमें केवल समुद्री पानी मिला। इसके अलावा राष्ट्रीय सागर प्रौद्योगिकी संस्थान ने अपने अनुसंधान पोत सागर निधि को इस अभियान के लिए भेजा है जो रविवार तक इस क्षेत्र में पहुंच जायेगा। लापता विमान की खोज करने में तटरक्षक बल और नौसेना के 10 पोत और दो विमान लगे हैं।