तमाम योजनाओं के बाद भी कम हो रही स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या
तमाम योजनाओं के बाद भी कम हो रही स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या
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सिरसा : एक ओर तो सरकारें स्कूल चलें हम, मध्याह्न भोजन योजना, सर्व शिक्षा अभियान जैसी योजनाऐं चलाकर विद्यार्थियों को स्कूलों में जाने के लिए प्रोत्साहित करती है मगर दूसरी ओर शिक्षा विभाग ही विद्यार्थियों की कमी का रोना रो रहा है। दरअसल सिरसा के स्कूलों में विद्यार्थियों का टोटा है। अब इससे निजात पाने के लिए कक्षा 9 वीं और कक्षा 12 वीं तक के विद्यार्थियों को समायोजित करने का निर्णय लिया गया है। जिसके तरह जिन विद्यालयों में छात्रों की संख्या 20 से कम है वहां शिक्षा विभाग स्कूलों को बंद करेगा। शिक्षा विभाग के निदेशक ने इसे लेकर प्रदेश के विभिन्न जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए हैं।

जिसके तहत राजकीय स्कूलों में जिन स्कूलों में 20 विद्यार्थियों से कम संख्या है। उन विद्यालयों को शिक्षा विभाग ने बंद करने का निर्णय भी लिया है। इस तरह के विद्यालयों को समीप के स्कूलों में समायोजित करने की बात भी कही गई है। विभाग द्वारा 20 से 40 और 40 से 60 और इसके बाद 60 से 80 और इसके बाद 80 से 100 क विद्यार्थियों की संख्या वाले विद्यालयों की सूची मांगी गई है।

इस दौरान करीब 165 राजकीय प्राथमिक स्कूलों को अप्रैल माह में समायोजित किया गया। बीते 3 वर्ष में छात्रों की संख्या में कोई इजाफा नहीं हुआ। विद्यार्थियों की संख्या करीब 35 के लगभग बताई गई है। विद्यालयों के समायोजित करने के बाद अध्यापकों को दूसरे विद्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया। शिक्षा विभाग ने जिन विद्यालयों में कक्षा 9 वीं और कक्षा 12 वीं कक्षा तक छात्र संख्या लगभग 20 से कम दर्शाई गई ह एसे विद्यालयों को बंद करने का निर्णय भी लिया गया है।

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