CM योगी आदित्य नाथ ने किया समाधान, कहा- 'पीएफ भुगतान अटकने पर ऋण देगी सरकार'...
CM योगी आदित्य नाथ ने किया समाधान, कहा- 'पीएफ भुगतान अटकने पर ऋण देगी सरकार'...
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हाल ही में दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड कंपनी (डीएचएफएल) में भविष्य निधि का पैसा फंसने के बाद से परेशान बिजलीकर्मियों के लिए यह बड़ी राहत भरी खबर है. सरकार ने पीएफ भुगतान की गारंटी ले ली है. सीएम योगी आदित्यनाथ के इस मामले की कमान संभालने के बाद ही समाधान भी निकल आया है. जंहा सरकार ने बीते शनिवार देर रात संबंधित आदेश जारी किया है. जंहाअब डीएचएफएल में अटका पीएफ का पैसा अगर न आ पाया और पावर कार्पोरेशन भी भुगतान करने में सक्षम न रहा तो सरकार उसे ब्याज रहित ऋण देकर बिजलीकर्मियों का भुगतान सुनिश्चित की जाएगी. 

वही मिली जनकारी के मुताबिक डीएचएफएल में भविष्य निधि का 2268 करोड़ रुपया फंसने के बाद से बिजली कर्मी आंदोलित थे. वह आशंकित थे कि यदि कंपनी से पैसे की वापसी न हो सकी तो हजारों करोड़ रुपये का घाटा झेल रहा पावर कार्पोरेशन कैसे भुगतान करेगा? कर्मचारियों की मांग थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस मामले में हस्तक्षेप करें और सरकार भुगतान की गारंटी ले. गत दिवस योगी आदित्यनाथ ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और सक्षम अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी विकल्पों पर विचार-विमर्श किया. जंहा बीते शनिवार को दिन में ऊर्जा मंत्री ने संबंधित बिजली कर्मचारी संगठनों के साथ वार्ता की.

वही ऐसा माना जा रहा है कि प्रमुख उर्जा सचिव अरविंद कुमार ने भरोसा दिलाया है कि अगर कानूनी प्रक्रिया के तहत डीएचएफएल से पैसा वापस नहीं मिलता है तो सरकार का पॉवर कॉर्पोरेशन कर्मचारियों के पीएफ के पैसों का भुगतान करेगी.साथ में यह भी कहा कि अगर पॉवर कॉर्पोरेशन के पास पैसे की कमी होगी तो सरकार की तरफ से ट्रस्ट को लोन दिया जाएगा, जिससे कर्माचारियों का पैसा वापस किया जा सके.

योगी आदित्यनाथ ने संभाली कमान तो निकला समाधान: इस बात का पता चला है कि नवंबर के पहले हफ्ते में पॉवर कॉरपोरेशन में पीएफ घोटाला सामने आया लेकिन, इसके समाधान का रास्ता विगत गुरुवार को बन पाया, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद कमान संभाली. जंहा बीते गुरुवार यानि 21 नवंबर 2019 को ऊर्जा मंत्री और आला अधिकारियों के साथ काफी देर चर्चा की और समाधान खोजने का निर्देश दिया गया. जंहा सीएम ने कर्मचारियों को परेशान नहीं होने का संदेश भी दिया था. इस बैठक के 48 घंटे के भीतर पीएफ फंड की फंसी रकम को लेकर फैसला किया गया है. 

अब तक पूर्व एमडी समेत पांच गिरफ्तार: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार  पीएफ घोटाला की जांच कर रही आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने इस मामले के प्रथम दृष्टया दोषी विद्युत निगम लिमिटेड के पूर्व एसडी एपी मिश्रा समेत पांच लोगों के खिलाफ न सिर्फ एफआईआर दर्ज करा दी बल्कि विद्युत निगम के पूर्व एमडी एपी मिश्रा, तत्कालीन निदेशक (वित्त) सुधांशु द्विवेदी और तत्कालीन सचिव (ट्रस्ट) प्रवीण कुमार गुप्ता और उनके बेटे अभिनव गुप्ता समेत पांच को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया. दूसरी ओर विद्युत निगम मुम्बई हाईकोर्ट के साथ आरबीआई (आरबीआई) से भी मदद की गुहार लगाकर डीएचएफएल में फंसे भविष्य निधि की धनराशि वापस कराने का प्रयास कर चुके है. 

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