इस वर्ष पितृपक्ष के दौरान ग्रहणों के प्रभाव को लेकर विशेष चिंता जताई जा रही है। 18 सितंबर को पितृपक्ष के पहले श्राद्ध के दिन चंद्र ग्रहण था, और अब 2 अक्टूबर को आखिरी श्राद्ध पर सूर्य ग्रहण होगा। इस प्रकार, पितृपक्ष चंद्र ग्रहण से शुरू हो रहा है और सूर्य ग्रहण पर समाप्त हो रहा है। ज्योतिषविदों के अनुसार, यह दुर्लभ संयोग तीन राशियों—कर्क, तुला, और मकर—के जातकों के लिए विशेष चुनौतियों का संकेत दे रहा है।
कर्क राशि:
कर्क राशि के जातकों को इस समय नौकरी या कारोबार में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह समय परिवार में कलह और झगड़ों के लिए भी उपयुक्त हो सकता है, जिससे घरेलू जीवन में तनाव बढ़ सकता है। व्यवहार में चिड़चिड़ापन और उत्तेजना के कारण समस्याएं और भी गहरा सकती हैं। वित्तीय मामलों में भी हानि हो सकती है—रुपए-पैसे के लेन-देन में सावधानी बरतनी होगी। कर्जों की समस्या बढ़ सकती है, और आर्थिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से, चोटें या दुर्घटनाएं हो सकती हैं, इसलिए सावधानी बरतनी आवश्यक है। पुराने रोग भी उभर सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा।
तुला राशि:
तुला राशि के जातकों को कार्यस्थल पर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। यह समय नई नौकरी की तलाश के दबाव का भी हो सकता है, जिससे मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है। संतान पक्ष से संबंधित समस्याएं भी सामने आ सकती हैं, जो परिवारिक जीवन को प्रभावित कर सकती हैं। प्रॉपर्टी या जमीन-जायदाद के सौदों में नुकसान हो सकता है, इसलिए ऐसे लेन-देन में सतर्कता बरतनी चाहिए। आय के स्रोतों पर भी असर पड़ सकता है, जिससे वित्तीय स्थिति पर प्रभाव पड़ेगा। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहना आवश्यक है, खासकर यदि कोई मौजूदा रोग या बीमारी हो।
मकर राशि:
मकर राशि के जातकों को घर-परिवार में पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद उत्पन्न हो सकते हैं। इस समय उधार या कर्ज देने से बचना चाहिए, क्योंकि पैसे फंसने की संभावनाएं हैं। वित्तीय स्थिति को लेकर सतर्क रहना होगा और उधारी से बचना चाहिए। स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि मानसिक तनाव या चिंता का प्रभाव स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। कार्यस्थल पर छवि खराब होने का डर सताने लग सकता है, जिससे पेशेवर जीवन में मुश्किलें आ सकती हैं।
इस समय ग्रहणों के प्रभाव से बचने के लिए, जातकों को अपनी राशि के अनुसार सावधानी बरतनी चाहिए और अपने स्वास्थ्य, वित्तीय स्थिति, और पारिवारिक संबंधों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
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