गुलाब जल अरोमा थैरेपी का ही एक हिस्सा है. अगर गुलाब जल का प्रयोग किया जाए तो काफी सकारात्मक प्रभाव मिलते हैं.तनाव कम होना, अच्छी नींद आना, तरो-सौंदर्य निखरना यह सब गुलाब जल के लगातार उपयोग से ताज़ा महसूस करना और ही होता है.
1-इसके अंदर ऐसे तत्व पाए जाते हैं जिसकी वजह से आपके चेहरे के बंद पोर्स साफ हो जाएगें. इन पोर्स में तेल और गंदगी छुपी रहती है जिसकी वजह से चेहरे पर कील और मुंहासे हो जाते हैं. गुलाब जल लगाने से चेहरा की त्वचा स्वस्थ्य और चमकदार बन जाती है.
2-यदि आप कहीं तेज़ धूप में जा रहे हों तो त्वचा पर गुलाब जल छिडकने से धूप का असर नहीं पड़ता. गुलाब जल एक कीटाणुनाशक भी है. जिसके प्रयोग से छोटे छोटे कीटाणुओं का नाश हो जाता है. इसको लगाने से धूप की वजह से होने वाले नुक्सानों से बचा जा सकता है .
3-तैलीय त्वचा के लिए एक एक चम्मच गुलाब जल और निम्बू के रस में पिसा हुआ पुदीना मिलाकर लगाएं. त्वचा में निखार लाने के लिए चोकर में संतरे का रस , गुलाब जल और शहद मिला कर इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं. सूखने पर हलके गर्म पानी से धो लें.
4- पसीने की दुर्गन्ध दूर करने के लिए गुलाब की ताजी पंखुड़ियों को थोड़े से पानी के साथ पीसकर एक गिलास पानी में मिलाकर पूरे शरीर पर उसकी मालिश कर 5-10 मिनट तक छोड़ दें. थोड़ी देर बाद स्नान करने से दुर्गन्ध दूर हो जाती है. इस प्रकार सप्ताह में तीन बार करें.