लखनऊ: उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव जल्द होने वाले हैं। वहीं इस बीच बीते शनिवार को अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले नेताओं के घर हुई छापेमारी हुई। इस छापेमारी को अखिलेश यादव ने चुनाव के तहत की गई कार्रवाई बता दिया है। आप सभी को बता दें कि इनकम टैक्स विभाग ने सपा के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजीव राय के घर 15 घंटे तक छानबीन की, लेकिन टीम को उनके घर से महज 17 हजार रुपये ही मिले। वहीं इस कार्रवाई को लेकर अखिलेश यादव ने बयान दिया था कि 'यह कार्रवाई चुनाव से ठीक पहले जानबूझकर की गई है। हालांकि अभी ED और CBI भी आएंगे।'
आप सभी को हम यह भी बता दें कि शनिवार की सुबह करीब 7 बजे इनकम टैक्स विभाग की टीम मऊ में राजीव राय के घर पहुंच गई थी। वहीं सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता का कहना है कि, 'मैं जनेश्वर मिश्रा का शिष्य हूं। अखिलेश यादव और नेताजी का सिपाही हूं। समाजवादी कार्यकर्ता हूं, हम नहीं डरेंगे। उन्होंने कहा कि मेरे बेंगलुरु के आवास पर और मेरे सारे संस्थानों पर छापा पड़ा है।' दूसरी तरफ कार्रवाई होने के बाद राजीव राय ने कहा, 'जो काम दो घंटे में हो जाता है, उसके लिए 15 घंटे लिए गए। इतना ही नहीं मेरे मां-बाप परिवार और रिश्तेदारों को सुबह से बंधक बनाकर रखा गया। मेरी चार से पांच जगहों पर छापे पड़े हैं। चुनाव से ठीक पहले अगर आप हमारे यहां छापा मारते हैं, तो अधिकारियों का कोई दोष नहीं है। अधिकारी तो अपना काम कर रहे हैं, उनसे शिकायत नहीं हैं, लेकिन यह पूरी कहानी को बयां करता है।'
इसी के साथ सपा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा, 'आज से पहले मुझे कोई नोटिस नहीं मिला था। ना ही कोई पूछताछ हुई थी। मेरा हर साल इनकम टैक्स फाइल होता है, कभी कुछ नहीं मिला था। न ही दस्तावेजों में कुछ मिला है न ही बड़ी रकम मिली। उन्होंने कहा कि विभाग की टीम मेरा फोन, जीमेल की आईडी-पासवर्ड, पासबुक ले गई है।' आप सभी को बता दें कि बीते शनिवार को इनकम टैक्स विभाग की टीम ने लखनऊ के जैनेंद्र यादव, मैनपुरी के मनोज यादव और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजीव राय के घर मऊ में सुबह छापा मारा था। इस दौरान वाराणसी से विभाग की टीम सुबह 7 बजे पहुंच गई थी। आपको बता दें कि जैनेंद्र यादव अखिलेश यादव के ओएसडी (OSD)हैं।
लखनऊ में कोरोना के 12 नए मामले, मचा हड़कंप
UP में मचा बवाल, लखनऊ से लेकर आगरा तक सपा से जुड़े लोगों पर बड़ी कार्रवाई