कोलकाता : भारतीय टीम के मुख्य कोच की चयन समिति के सदस्यों में से एक पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि 2005 में ग्रेग चैपल के नाम की सिफारिश करने की जो गलती की थी, ऐसा इस बार नहीं होगा. बता दें कि चैपल जब भारतीय टीम के कोच बने तो उनके सौरव से संबंध अच्छे नहीं रहे. उन्हें कप्तानी पद से हटा दिया गया था.
गांगुली ने कोलकाता में अपनी पुस्तक 'ए सेंचुरी इस नॉट इनफ' के विमोचन के अवसर पर कहा कि मुझे 2005 में मुझे एक बार कोच के चयन का मौका मिला था, लेकिन (चैपल के चयन ) का परिणाम अच्छा नहीं रहा. गांगुली ने उम्मीद जताई कि समिति इस बार सही व्यक्ति का चयन करेगी. यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे चयन समिति के सभी सदस्यों और बीसीसीआई के अध्यक्ष और सचिव का समर्थन हासिल है.
ढाई साल पुरानी बात का जिक्र करते हुए सौरव ने कहा कि उस समय मैंने भी इस पद को पाने का सोचा था, आज मैं किसी एक का चयन करने जा रहा हूँ. जिंदगी ऐसे ही चलती है. तब मैंने साक्षात्कार नहीं दिया था, लेकिन आशा है कि एक दिन साक्षात्कार दूंगा.
सौरव ने कहा उन्हें सोमवार को नींद नहीं आई क्योंकि मंगलवार को उन्हें कोच का इंटरव्यू करना था. यह लगभग वैसा ही अहसास था जैसे 1996 में इंग्लैण्ड के खिलाफ लार्ड्स में टेस्ट पदार्पण के पहले था.