नई दिल्ली : इन दिनों हर राजनितिक दल द्वारा रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जा रहा है. नरेंद्र मोदी ने भी रोजा इफ्तार की पार्टी आयोजन करने की घोषणा की थी. इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी अपना नाम शामिल किया है. सोनिया गांधी रोजा इफ्तार की पार्टी का आयोजन कर रहीं है. इस पार्टी को संसद के मानसून सत्र से पहले काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस पार्टी में समान विचारधारा वाले सभी दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है.
कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा 13 जुलाई को आयोजित इफ्तार पार्टी में समाजवादी पार्टी, राजद, राकांपा, नेशनल कांफ्रेंस, एआईएमआईएम, एआईयूडीएफ, जनता दल (यू) और वाम दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को भी आमंत्रण भेजा गया है, वहीं अन्नाद्रमुक, बीजद और टीआरएस को इफ्तार पार्टी में आने का निमंत्रण नही दिया गया है.
सोनिया गांधी की इफ्तार पार्टी के आयोजन का मुख्य उद्देश्य कांग्रेस विपक्ष को एकता का संदेश देना चाहती है, कांग्रेस ने ऐसा करने का निर्णय तब लिया जब भाजपा और सरकार व्यापमं घोटाले तथा पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी को लेकर हुए खुलासों के चलते चौतरफा आलोचनाओ का सामना कर रहे है.
इस इफ्तार पार्टी में मुलायम सिंह यादव (सपा), मायावती (बसपा), सीताराम येचुरी (माकपा), एचडी देवगौड़ा (जेडीएस), ई अहमद (आईयूएमएल), कनिमोई (द्रमुक), डी राजा (भाकपा) और सुदीप बंदोपाध्याय (तृणमूल कांग्रेस) आदि को निमंत्रण भेजा गया. जदयू नेता शरद यादव और नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला को भी बुलावा भेजा गया है.