नई दिल्ली: भारत के अभिन्न अंग जम्मू-कश्मीर के पंपोर में जिस प्रकार से पिछले सप्ताह आतंवादियों के द्वारा आतंकी मुठभेड़ को अंजाम दिया गया था उसके बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने पंपोर में जहां के सरकारी परिसर में आतंकी घटना घटित हुई है वहां पर से भारतीय सुरक्षा बलों की टुकड़ी ने सौ लोगों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला था तथा इस बाबत भारतीय सुरक्षाबलों ने अपनी जानकारी में बताया है कि जिन सौ लोगो को सुरक्षित निकाला गया है उनमे खतरनाक आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन का बेटा भी सम्मिलित है.
श्रीनगर से 16 किमी दूर पंपोर के इंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (ईडीआई) परिसर में हुए हमले में जहां मुठभेड़ में भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए थे तथा इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया था । हालांकि इस आॅपरेशन में सेना को भी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। इस दौरान उस भवन को भी नुकसान पहुंचा जहां पर यह आतंकी छिपे हुए थे.
सुरक्षाबलों ने अपनी जानकारी में बताया है कि इन आतंकियों ने जब यह हमला किया तो सलाहुद्दीन का पुत्र सैयद मुईन ईडीआई ऑफिस में फंस गया था। वह यहां आईटी मैनेजर के तौर पर काम करता है। ऐसे में सुरक्षा बलों को तीन इमारतों की हर मंजिल को खाली कराना था क्योंकि आतंकी इनका कंक्रीट बंकर के तौर पर फायरिंग के लिए प्रयोग कर रहे थे। मुईन, सलाहुद्दीन के तीन बेटों में से एक है। पुलिस के मुताबिक, उसका किसी आतंकी संगठन से कोई भी ताल्लुक नहीं है.