गो हत्या को लेकर कुछ रोचक जानकारी, जानकर रह जायेगे दंग
गो हत्या को लेकर कुछ रोचक जानकारी, जानकर रह जायेगे दंग
Share:

हिन्दू धर्म में गाय को गो माता कहा जाता है। हमारे गर्न्थो में गाय को देवी कहा गया है। इस लिए हिन्दू सभ्यता में गाय को काफी महत्वता दी गई है। हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है। लेकिन आज गाय को लेकर कई लोगो की सोच अलग है। आज हम आपको गाय के कुछ ऐसे रोचक तथ्य बतायेगे जिसे सुनकर आप हैरान हो जायेगे। कुछ वैज्ञानिको का भी इस मुद्दे पर आश्चर्य जनक तथ्य है जो आपको हैरान कर देंगे। गाय ही एक ऐसी पशु है गाय के दूध से बनी चीजे किसी न किसी के काम में आता है।

महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती ने कहा था की गाय ही एक ऐसी पशु है जो अपने जीवनकाल में 4,10,440 प्राणियों का भोजन एकत्रित करती है। लेकिन मांसाहारी प्राणी गाय के मास से 80 लोग अपना पेट भर सकते हैं। संसार में गाय ही एक ऐसी पशु है जिसके दूध से लेकर गोबर तक हर चीज किसी न किसी कार्य में काम आती है। संसद में जब गो हत्या को लेकर प्रस्ताव रखा था तो प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपने बयान में कहा था यदि गोहत्या का प्रस्ताव पास होता है तो में अपने पद से इस्तीफा दे दुँगा। मुस्लिम शासन काल में भी अपने शासन को मजबूत बनाने के लिए उन्होंने गो हत्या पर रोक लगाई थी। महान गुरु वशिष्ठ ने गाय की कई प्रजातियों का विस्तार किया था,उनके अनुसार उस समय गाय की 8 या 10 नस्लें ही शेष रह गई थी जिनमे कपिला, देवनी,कामधेनु, भौमा,नंदनी,था।  

मनुष्यो के साथ ही भगवान ने भी ने भी गाय की महत्वता बढ़ाने के लिए एक नए सिरे से गोशालाओं का निर्माण करने के साथ ही गाय को चारा चराने व उसे देवी का दर्जा देने में सहयोग किया। पुराणो के अनुसार श्री कृष्ण ने गाय चराने की प्रकिया गोपाष्टमी से प्रारंभ की थी। जिस समय पंजाब केसरी महाराजा रणजीत सिंह का शासन था उस समय महाराज ने गो हत्या पर मृत्यु दंड का प्रावधान रखा था। यही नहीं रामचंद्र बीर ने गो हत्या पर रोक लगाने के लिए 70 दिनों तक अनशन किया था।

वैज्ञानिको के अनुसार गाय में सकारात्मक ऊर्जा की भरमार होती है। जो मनुष्य के लिए अति लाभदायक होती है। वैज्ञानिको के अनुसार गाय की रीड की हड्डी सूर्यकेतु स्नायु को रोकर वातावरण को शुद्ध करती है।  

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -