नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो व्यक्तियों को फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से कम पैसे में मोबाइल का लालच देकर व्यक्तियों से ऑर्डर लेकर उन्हें इसके बदले साबुन भिजवा देता था। पुलिस ने इस गिरोह के 53 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। डिप्टी पुलिस कमिश्नर प्रणव तायल के मुताबिक, अपराधी 2 अवैध कॉल सेंटर चलाते थे, जहां से वे स्वयं को डाक विभाग का अफसर बताकर व्यक्तियों को फोन मिलाते थे। इस कॉल सेंटर का सरगना डाक विभाग का एक कर्मचारी था। रैकेट ने कई प्रदेशों में व्यक्तियों को अपना शिकार बनाया।
वही पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह व्यक्तियों को यह लालच देता था कि बहुत कम वक़्त के लिए ऑफर जारी किया गया है कि व्यक्तियों को 18000 रुपए के दो मोबाइल फोन सिर्फ 4500 रुपए में मिलेंगे। व्यक्तियों को भारतीय डाक के माध्यम से मोबाइल एवं अन्य चीजें पहुंचाता था। इसके साथ-साथ यह गिरोह व्यक्तियों को कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प भी देता था। जिससे उन्हें कहीं भी कोई शक ना हो।
#DelhiPoliceUpdates#DelhiPolice Cyber Cell, Rohini busted a #FakeCallCentre which lured customers on the pretext of offering Vivo & Redmi mobile phones at cheap prices but delivered other cheap items. 53 persons including 46 women & 07 men were nabbed. @dcprohinidelhi pic.twitter.com/lKm3Fss64W
— #DilKiPolice Delhi Police (@DelhiPolice) October 26, 2021
वही दूसरी तरफ दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए षड्यंत्र करने और उनके लिए धन जुटाने के जुर्म में हिज्ब-उल-मुजाहिदीन के दो आतंकियों को 12-12 वर्ष और संगठन के दो अन्य सदस्यों को 10-10 साल जेल की सजा सुनाई है। विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंह ने सोमवार को मोहम्मद शफी शाह और मुजफर अहमद डार को 12-12 साल और तालिब लाली तथा मुश्ताक अहमद लोन को 10-10 साल जेल की सजा दी है।
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