ईरान : ईरान एवं छह प्रमुख शक्तिशाली देशों के बीच आज परमाणु करार हुआ है. ईरान व पश्चिमी देशों के वरिष्ठ राजनयिकों ने इस बात का समर्थन करते हुए कहा कि दोनों पक्षों के बीच अंतिम बाधा दूर होने के साथ ही हम समझौते तक पहुंच गए हैं. औपचारिक रूप से इसकी घोषणा भी की जा चुकी है.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ईरान को परमाणु कार्यक्रम छोड़ने के बदले आर्थिक प्रतिबंधों से मुक्ति प्रदान की जायेगी. इसके साथ ही ईरान अपने परमाणु संयंत्रों की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों के लिए द्वार खोल देगा. तेहरान और पी5प्लस1 (अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी) के बीच चर्चा के पश्चात परमाणु करार को अंतिम स्वरुप दिया जाएगा. इस चर्चा में दोनों पक्षों के राजनयिक सम्मिलित थे. उन्होंने कहा कि कुछ बातों को लेकर जो मतभेद थे अब वे समाप्त हो गए है. इस संबंध में लम्बे समय से चर्चा चल रही थी.
गौतरलब है कि परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने सालो से ईरान पर आर्थिक प्रतिबन्ध लगा रखा है. ईरान का कहना था कि उसका यह कार्यक्रम परमाणु ऊर्जा व अन्य सिविल आवश्यकताओं की आपूर्ति के लिए है, वहीं पश्चिमी देशों का मानना है सैन्य लक्ष्यों की पूर्ति के लिए वह यूरेनियम का संवर्धन किया जा रहा है.