रविवार भगवान सूर्य का एक विशेष दिन होता है। यदि इस दिन हम भगवान सूर्य का पूजन करते हैं तो हमें अच्छा फल मिलता है। दूसरी ओर भगवान सूर्य हमारे ज्योतिष शास्त्र में भी प्रमुख स्थान रखते हैं। भगवान सूर्य से हमें यश, कीर्ति, ऐश्वर्य, सुख, समृद्धि धन और धान्य के ही साथ अभिष्ट की प्राप्ति होती है। यूं तो भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के कई तरीके होते हैं। जिनमें भगवान सूर्य देव को तांबे के पात्र से जल का अर्ध्य देकर प्रसन्न किया जाता है। मगर एक और तरीका है जिससे भगवान सूर्य को प्रसन्न किया जा सकता है। यह तरीका बहुत ही सिद्ध है। जो कि हिमालय में वर्षों तपस्या करने वाले सिद्ध योगी महाराज श्री बुद्धुपुरी जी द्वारा खोजी गई है।
महाराज श्री ने अपने वर्षों के तप बल के आधार पर इस पद्धति और योग साधना को अस्तित्व में लाया है। इसे सिद्धामृत सूर्य क्रिया योग के नाम से जाना जाता है।
भगवान सूर्य की इस साधना पद्धति में भगवान सूर्य की ऊर्जा को शरीर में भरा जाता है। यह ऊर्जा हमें जीवनीय शक्ति प्रदान करती है। भगवान सूर्य की यह आराधना करने के बाद हमें तेज और शक्ति मिलती है। भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं और हमें अभिष्ट की प्राप्ति होती है।