नई दिल्ली : अगर पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास को खंगला जाए तो ऐसे कई खिलाडी मिलेंगे जो मैच फिक्सिंग के दोषी पाए गए है. न जाने उस समय पाक खिलाड़ियों को क्या हो गया था जो उनके लिए देश से बढ़कर पैसा सबकुछ हो गया था. इस मामले पर पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज और रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से पहचाने जाने वाले शोएब अख्तर ने बात करते हुए खुलासा किया कि - 1996 के दौरान मैच फिक्सिंग अपने चरम पर था, लेकिन वह खुद को इसका शिकार बनने से रोकने में सफल रहे.
अख्तर ने कहा, 'उस समय पाकिस्तान क्रिकेट टीम के ड्रेसिग रूम का माहौल बहुत विचित्र होता था. मेरा विश्वास करें ड्रेसिंग रूम का उससे खराब माहौल नहीं हो सकता.' मैदान पर अपनी गेंद की स्पीड से दहशत मचने वाले पाक के इस दिग्गज गेंदबाज ने कहा -उन्होंने हमेशा इन सबसे दूरी बनाए रखी और दूसरों को भी इससे बचते हुए सम्मान और गंभीरता से खेलने की सलाह देते रहे. साथ ही साथ अख्तर ने बताया कि 2010 के दौरान उन्होंने तेज़ गेंदबाज मोहम्मद आमिर को भी इस तरह के लोगो से मिलने से बचने की सलाह दी थी, जो मैच फिक्सिंग के लिए खिलड़ियों को लालच दे सकते हैं.
आपको बता दे कि आमिर 2010 में मैच फिक्सिंग में संलिप्त पाए गए थे जिसके चलते उन्हें 5 साल कि सजा भी सुनाई गई थी. इस मामले में सजा काटने के बाद आमिर ने कुछ समय पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की है.