मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई स्थित गेटवे ऑफ इंडिया पर JNU हिंसा के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में 'फ्री कश्मीर' पोस्टर दिखाए जाने के मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत ने अलग ही थ्योरी मीडिया के समक्ष रखी है। संजय राउत ने 'फ्री कश्मीर' का अर्थ वहां इंटरनेट, मोबाइल सेवा की बहाली बताया है। इसके लिए संजय राउत ने अखबारों का हवाला भी दिया।
संजय राउत ने कहा कि, 'फ्री कश्मीर' कहना का उद्देश्य यह नहीं है कि कश्मीर को भारत से अलग करो। जो इस किस्म की बात करेगा उसे हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। फ्री कश्मीर के पोस्टर दिखाने वाले उन लोगों का कहना यही था कि कश्मीर में काफी समस्याएं हैं, इंटरनेट और कई आवश्यक सहूलियतें बंद हैं, इन समस्याओं से फ्री करो लोगों का यही कहना था।' संजय राउत ने आगे कहा कि, 'शिवसेना आज भी धारा 370 हटाने का समर्थन करती है और कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग मानती है।'
उन्होंने आगे कहा कि 'यदि कोई भी इस बात को कहे कि कश्मीर को भारत से अलग करना है, तो उसे नहीं माना जा सकता इस बात पर हम अडिग हैं कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।' वहीं, इस मामले के तूल पकड़ने के बाद पोस्टर दिखाने वाली लड़की ने अपने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो साझा करते हुए स्पष्टीकरण दिया है। महक मिर्जा प्रभु नाम की इस युवती का कहना है कि उसे वो पोस्टर वहीं पड़ा हुआ मिला था, जो उसने उठा लिया था।
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