मुंबई: शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर हमला बोला है. शिवसेना ने सामना में लिखा है कि, 'केंद्र सरकार पर महाराष्ट्र के किसान जिस आशा भरी निगाह से देख रहे है, उस पर सरकार खरी नहीं उतर रही है. सरकार किसानों की हाय ना ले, बल्कि उनकी सहायता कर उनकी जान बचाये.'
इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि राष्ट्रपति शासन की सरकार ने अभी तक बरसाती अकाल घोषित नहीं किया है, इसके अलावा गवर्नर ने जो सहायता घोषित की है वो इतनी कम है कि उससे किसानों को किसी भी तरह का ढाढ़स नहीं मिला है. सामना के संपादकीय में शिवसेना ने लिखा है कि, 'पहले अकाल, फिर अतिवृष्टि के संकट ने महाराष्ट्र के किसानों का जीना मुश्किल कर दिया है. ख़ासकर मराठवाड़ा से किसानों की ख़ुदकुशी वाली खबरें मन को खिन्न करनेवाली हैं.
शिवसेना ने लिखा कि मराठवाड़ा के प्रत्येक जिले में आत्महत्याओं का सिलसिला शुरू हो गया है. 14 अक्टूबर से 11 नवंबर के बीच मराठवाड़ा के 68 किसानों ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. बीड जिले में एक महीने में 16 किसानों ने ख़ुदकुशी की, नांदेड जिले में 12, परभणी जिले में 11, संभाजीनगर जिले में 9, लातूर में 7, जालना में 6, हिंगोली जिले में 4 और धाराशिव जिले में 3 किसानों ने ख़ुदकुशी की है.
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