लखनऊ: राम की नगरी अयोध्या आज जय श्री राम के नारों से गूँज रही है, 25 नवंबर को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने धर्मसभा का आयोजन किया है. दावा किया जा रहा है कि लाखों की संख्या में राम भक्त अयोध्या में होने वाली इस धर्म सभा में शामिल होंगे. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी आज अयोध्या पहुंचने वाले हैं, प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करते हुए अयोध्या और फैजाबाद में धारा 144 तक लगा दी गई है. वहीं इसको लेकर सियासत भी तेज़ हो गई है, कई नेता इस पर बयान दे रहे हैं.
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यूपी के कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने कहा, 'मुख्यमंत्री चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं, जबकि यहां अयोध्या में धारा 144 लगी हुई है, जिस तरह से यहां भीड़ जमा हो रही है, ऐसे में अगर कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की होगी. साथ ही राजभर ने अखिलेश के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि चूंकि अयोध्या में धारा-144 लगी है लेकिन फिर वहां लोगों का हुजूम इकठ्ठा हो रहा, इससे स्पष्ट है कि प्रशासन नाकाम साबित हुआ है, इसीलिए सेना को ही बुलाया जाना चाहिए.
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वहीं मायावती ने भी शिवसेना और विहिप के अयोध्या कार्यक्रम पर हमला बोलते हुए कहा है कि अपनी नाकामियों से ध्यान हटाने के लिए भाजपा ने राम मंदिर का मुद्दा उछाला है, अगर भाजपा की मंशा सही होती तो 5 साल तक इसके लिए इंतजार न करना पड़ता, अब यह उनके लिए राजनीतिक मुद्दे के अलावा कुछ नहीं है, मायावती ने कहा कि शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद जो कर रहे हैं वह भी भाजपा के इसी षड़यंत्र का ही एक हिस्सा है.
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