सिंहस्थ के बाद मैली हो गई शिप्रा
सिंहस्थ के बाद मैली हो गई शिप्रा
Share:

इंदौर/उज्जैन। सिंहस्थ में शिप्रा नदी को स्वच्छ और शुद्ध बनाने के लिए कई तरह के प्रयास किए गए लेकिन शिप्रा को प्रवाहमान बनाने के प्रयास कुछ ही समय पर कागजी साबित हुए। जी हां, अब फिर से शिप्रा का जल आचमन करने जैसा भी नहीं रहा है और अब इसमें नालों का दूषित जल मिल रहा है। जी हां, करोड़ों रूपए की योजना को लगता है पलीता लग गया है।

इंदौर रोड़ क्षेत्र के राघौ पिपलिया के समीप कान्ह डायवर्शन हुआ इस दौरान स्टापडेप से गंदा पानी शिप्रा नदी में मिल गया। दरअसल शिप्रा में विभिन्न स्तरों पर दूषित जल मिल रहा है। हालात ये है कि दूषित जल को डायवर्ट करने और शिप्रा नदी में मिलने से बचाने के लिए जो प्रयास किए गए थे लेकिन अब त्रिवेणी क्षेत्र में यह पानी शिप्रा नदी में मिल रहा है और कान्ह डायवर्शन पर बनाया गया इंटकवेल खाली है।

इतना ही नहीं लालपुल के निचले क्षेत्र में भी नाला शिप्रा में मिल रहा है। इस नदी को लेकर राष्ट्रीय नदी योजना के तहत बड़े पैमाने पर राशि खर्च की गई तो दूसरी ओर सिंहस्थ 2016 के लिए बड़े पैमाने पर खर्च किया गया। मगर नतीजा सिफर ही रहा।

कांग्रेस ने लगाया आरोप- सिंहस्थ नहीं.....भ्रष्टाचार का कुंभ

कांग्रेस भवन में लगाए गए सिंहस्थ घोटाले के पोस्टर, CM को बनाया कार्टून

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -