आज शीतला अष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। जी दरअसल हिंदू पंचांग के अनुसार, शीतला अष्टमी का त्योहार हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाते हैं। ऐसे में इस बार यह व्रत 4 मई 2021 को मनाया जा रहा है। इस दिन माता शीतला देवी की पूजा होती है। जी दरअसल मां शीतला को बासी भोजन का भोग लगाया है और इसेही प्रसाद के रूप में खाया जाता है। केवल यही नहीं बल्कि आज के दिन घर में चूल्हा नहीं जलाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को करने से रोगों से मुक्ति मिलती है। वहीँ पौराणिक मन्यताओं के अनुसार, मां शीतला का व्रत करने से चेचक जैसे संक्रमक रोग से छुटकारा मिलता है। अब हम आपको बताते हैं शुभ मुहूर्त और मां शीतला का स्वरूप।
शुभ मुहूर्त- शीतला अष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त 4 मई को सुबह 6 बजकर 08 मिनट से शाम 06 बजकर 41 मिनट तक है।
शीतला अष्टमी का आरंभ- 4 मई 2021 को सुबह 04 बजकर 12 मिनट से
शीतला अष्टमी समापन – 5 मई 2021 को सुबह 02 बजकर 59 पर होगा।
शीतला अष्टमी स्त्रोत- वंदेऽहं शीतलां देवीं रासभस्थां दिगंबराम्। मार्जनीकलशोपेतां शूर्पालंकृतमस्तकाम् ॥
मां शीतला का स्वरूप - कहा जाता है शाीतला माता गधे की सवारी करती हैं। उनके एक हाथ में कलश होता है और दूसरे हाथ में कुश से बना झाड़ू होता है। ऐसा माना जाता है कि इस कलश में शीतल जल होता है। इसी जल के माध्यम से माँ शीतला अपने भक्तों के कष्ट दूर करती हैं।
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